तीन बार के चैंपियन और विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज ऑस्ट्रेलिया हॉकी टीम को भरोसा है कि टीम 13 से 29 जनवरी तक भुवनेश्वर और राउरकेला में खेले जाने वाले एफआईएच (अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ) पुरुष हॉकी विश्व कप का खिताब फिर से जीतने में सफल होगी. ऑस्ट्रेलिया ने पिछली बार 2014 में नीदरलैंड के हेग में खिताब जीता था. उसने अपना पहला खिताब 1986 में मेजबान इंग्लैंड को हराकर जीता था. पिछले विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था.
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एडी ओकेनडेन ने यहां पहुंचने के बाद कहा, ‘हमारे खिलाड़ी यहां आकर वास्तव में उत्साहित हैं और टूर्नामेंट में से हमें बड़ी उम्मीद है. हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और विश्वास है कि हम खिताब जीतने में सक्षम होंगे. हमारी टीम के पास बहुत अनुभव है और यह वास्तव में हमारे लिए महत्वपूर्ण होगा.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे खिलाड़ी भी भारत का सामना करने के लिए उत्साहित हैं क्योंकि वे घरेलू मैदान पर पूरी तरह से अलग टीम हैं. वे अपने घर में शानदार हॉकी खेलते हैं और दर्शकों से अतिरिक्त प्रेरणा प्राप्त करते हैं. अगर हम भारत के खिलाफ खेलते हैं तो उन्हें हराना मुश्किल होगा.’
इंग्लिश टीम भी पहुंची
इंग्लैंड की टीम भी शुक्रवार को यहां पहुंच गयी. विश्व कप में इंग्लैंड पूल डी में भारत, स्पेन और वेल्स के साथ है. विश्व कप में इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1986 के सत्र में रजत पदक जीतना रहा है. टीम राउरकेला में 13 जनवरी को वेल्स के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी. इसके बाद 15 जनवरी को उसे भारत के खिलाफ खेलना है. इंग्लैंड के कप्तान डेविस अमेस ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हम खिताब के दावेदार हैं. हमारे खेमे में बहुत विश्वास है क्योंकि सभी को अपनी क्षमता पर भरोसा है और हमने पिछले कुछ महीनों में अच्छी ट्रेनिंग भी की है.’