भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलिंपिक का सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका फैसला एक बार फिर टल गया है. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने 13 अगस्त को तीसरी बार इस पर फैसला टाला. अब 16 अगस्त को इस पर फैसला आएगा. विनेश फोगाट के मामले पर तीसरी बार फैसला टलने पर ओलिंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा का बड़ा बयान है. उनका कहना है कि हर कोई फैसले का इंतजार का रहा था, मगर फैसला टलने से सभी को निराशा हुई. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा-
हम सभी ने उस निराशा को महसूस किया, जब कोई अहम काम देरी से होता है और आज हम में से कई लोग विनेश फोगट के CAS फैसले का इंतजार करते हुए ऐसा महसूस कर रहे हैं.
भारत के पहले इंडिविजुअल ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट स्टान निशानेबाज बिंद्रा ने आगे कहा-
ये कुछ ऐसा ही है जैसा एथलीट हर चार साल में करते हैं. ओलिंपिक में एक और मौका पाने के लिए इंतज़ार करते हैं. घबराहट, अपेक्षा, "बस यहां पहुंच जाओ." की भावना . हम सभी इस स्थिति से गुजरे हैं, सही है ना?
बिंद्रा ने कहा कि खेल का मतलब सिर्फ मैदान पर होने वाला खेल नहीं होता. खेल का मतलब इंतजार, धैर्य काफी कुछ होता है. उन्होंने कहा-
खेल सिर्फ मैदान पर होने वाली चीजों के बारे में नहीं है. ये इंतजार, धैर्य और आगे बढ़ते रहने के बारे में है. चाहे कुछ भी हो. इसलिए जब हम 16 अगस्त का इंतजार कर रहे हैं, तो चले याद करें कि हमारे एथलीट क्या-क्या सहते हैं और उनका उत्साह बढ़ाए. ये जानते हुए कि वो अपने सबसे लंबे खेल को खेल रहे हैं.
विनेश फोगाट को 50 किग्रा वेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल मैच से ठीक पहले डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था. तय लिमिट से उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था. जिस वजह से उनका गोल्ड जीतने का सपना टूट गया. इतना ही नहीं फाइनल में पहुंचकर उन्होंने अपना जो मेडल पक्का किया था, वो भी हाथ से फिसल गया. विनेश का कहना है कि वो सिल्वर मेडल की हकदार हैं और उन्हें जॉइंट सिल्वर मेडल मिलना चाहिए. इसी की मांग करते हुए उन्होंने CAS में अपील की.
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