भारतीय सेना के जवान ने कमाल कर दिया है. बलराज पंवार ने देश को रोइंग में ऐतिहासिक ओलिंपिक कोटा दिला दिया है. 25 साल के पंवार ने रविवार को साउथ कोरिया के चुंग्जू में 2024 वर्ल्ड एशियाई और ओसनियाई ओलिंपिक और पैरालिंपिक क्वालीफिकेशन में मैंस सिंगल्स इवेंट में भारत को रोइंग में पेरिस ओलिंपिक का पहला टिकट दिलाया. वो इस इवेंट में तीसरे स्थान पर रहे. हरियाणा के पंवार ने धीमी शुरुआत के बाद दबदबा बनाया और ऐतिहासिक कोटा हासिल किया. इस इवेंट में कजाखस्तान के व्लादिस्लाव याकोवलेव ( 6:59.46) ने गोल्ड मेडल और इंडोनेशिया के मेमो मेमो ने दूसरा स्थान हासिल किया.
पंवार पिछले साल चीन के हांग्झोउ में अपने पहले एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए थे. उन्होंने क्वालिफिकेशन में 7:01.27 मिनट का समय निकालकर 2000 मीटर रेस में तीसरा स्थान हासिल करके कमाल किया. मैंस सिंगल्स स्कल में टॉप पांच नौकाचालक ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करते हैं. हालांकि मैंस लाइटवेट डबल स्कल्स में देश को निराशा मिली. भारत इस इवेंट में ओलिंपिक कोटा हासिल नहीं कर पाया. भारत ने पिछले टोक्यो ओलिंपिक में इस स्पर्धा में हिस्सा लिया था.
रोइंग में भारत की इकलौती चुनौती
उज्जवल कुमार और अरविंद सिंह की भारतीय जोड़ी इस इवेंट में तीसरे स्थान पर रही, जबकि इस इवेंट में टॉप दो जोड़ी को ही ओलिंपिक जाने का मौका मिलता है. यानी अब 26 जुलाई में शुरू होने वाले पेरिस ओलिंपिक में रोइंग में भारत एक ही इवेंट में चुनौती पेश करेगा. पिछले ओलिंपिक में अर्जुन लाल और अरविंद सिंह की जोड़ी ने मैंस लाइटवेट डबल स्कल में देश का प्रतिनिधित्व किया था और वे 11वें स्थान पर रहे थे. एशियाई क्वालीफायर भी एशियाई रोइंग कप के साथ ही कराए जा रहे हैं, जिसमें भारत ने सलमान खान और नितिन देओल के दम पर मैंस डबल स्कल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था.
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