पेरिस ओलिंपिक 2024 में अमेरिका के एथलीट नोआ लायल्स ने मेंस 100 मीटर दौड़ में बाजी मारी. उन्होंने जमैका के किशेन थॉम्पसन को पीछे छोड़ते हुए 9.784 सेकेंड में बाजी मारी. दोनों एथलीट के बीच सेकेंड के 5/1000वें हिस्से का अंतर था. लाइल्स का ऑफिशियल टाइम 9.79 (.784) रहा. जबकि सिल्वर मेडल जीतने वाले थॉम्पसन का समय 9.79 (.789) था. वहीं तीसरे स्थान पर ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले अमेरिकी एथलीट फ्रेड कर्ली की टाइमिंग 9.81 सेकेंड थी. पहली नजर में यह मुकाबला बेहद नजदीक लग रहा था. जिसके कारण फोटो फिनिश के जरिए रेस में विजेता का फैसला करना पड़ा. चलिए आपको भी वह वीडियो दिखाते हैं.
फोटो फिनिश वाला वीडियो
100 मीटर दौड़ के इस इवेंट में लाइल्स सबसे धीमा आगाज करने वाले एथलीट थे. उन्हें उठने और आगे बढ़ने में 0.178 सेकंड लगे. थॉम्पसन ने भी धीमी शुरुआत की लेकिन आगे चलकर वह समय को कवर करने में सफल रहे. इस दौड़ में लगभग तीन सेकंड में लाइल्स ने गति पकड़नी शुरू कर दी और सबसे तेज धावक के करीब पहुंच गए. 50 मीटर के निशान पर लाइल्स ज्यादा पीछे नहीं थे लेकिन दौड़ पर उनका कंट्रोल भी नहीं था क्योंकि थॉम्पसन ने अपनी बढ़त बना कर रखी थी. 90 मीटर की दौड़ पूरी होने के बाद भी लाइल्स सबसे आगे नहीं थे. अगर दौड़ 100 मीटर की न होकर 99 मीटर की होती, तो वे दूसरे स्थान पर होते. 100 मीटर के निशान पर आने में लाइल्स और थॉम्पसन ने 9.78 सेकंड का समय लिया. लेकिन फोटो फिनिश में उनके बीच का अंतर सामने आया.
ट्रैक और फील्ड में एथलीट की लैप का अंत उस पल से निर्धारित होता है जब उसका शरीर फिनिश लाइन को पार करता है. जबकि ऐसा हो सकता है कि अन्य प्रतियोगियों के पैर पहले फिनिश लाइन पर पहुंच गए हों. लाइल्स के साथ भी ऐसा ही हुआ, उनकी छाती पहले निशान से टकरा रही थी जिसके कारण वह थॉम्पसन से आगे रहे.
बता दें कि फोटो फिनिश नियम के अनुसार 'जैसे ही एथलीट फिनिश लाइन के करीब पहुंचते हैं, एक "स्लिट-वीडियो" सिस्टम ट्रैक के एक बेहद पतले हिस्से को स्कैन करता है जो फिनिश लाइन के साथ सटीक रूप से लगा होता है. यह इसे प्रति सेकंड 2,000 बार स्कैन करता है, जिससे हर एथलीट के लाइन पार करने की तस्वीर मिलती है और एथलीट के समय के साथ इसे मिलाया जाता है. कुछ सेकंड में स्कोरबोर्ड फिनिश का क्रम और प्रत्येक एथलीट का 1/100वें हिस्से तक का समय दिखाया जाता है. अगर दो एथलीट वर्चुअल डेड हीट में फिनिश करते हैं, तो फिनिश इमेज को बहुत बड़ा किया जा सकता है और फिनिशिंग समय को 1/1000वें हिस्से तक देखा जा सकता है.'
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