पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा का गोल्ड और सिल्वर दोनों मेडल भारत के खाते में आए. गोल्ड धर्मबीर ने जीता तो सिलवर प्रणव सूरमा ने जीता. प्रणव ने फाइनल में 34.59 मीटर के थ्रो से रजत पदक जीतने के बाद कहा-
हमनें इस लम्हे के लिए दिन-रात काम किया है, क्योंकि मेडिकल कंडीशन को देखते हुए बहुत सारी चीजें चल रही हैं और नियमित ट्रेनिंग और एक्सरसाइज हमारी मेडिकल कंडीशन में एक बहुत बड़ी चुनौती है.
उनका कहना है कि उनकी शारीरिक स्थिति को देखते हुए जीवन अपने आप में एक बहुत बड़ी चुनौती है. प्रणव ने कहा-
हमनें इस लम्हे के लिए दिन-रात काम किया है, क्योंकि मेडिकल कंडीशन को देखते हुए बहुत सारी चीजें चल रही हैं और नियमित ट्रेनिंग और एक्सरसाइज हमारी मेडिकल कंडीशन में एक बहुत बड़ी चुनौती है.
एफ51 श्रेणी में प्लेयर्स उपकरणों को पकड़ने के लिए एक चिपचिपी गोंद जैसी चीज का उपयोग करते हैं जो लकड़ी का क्लब होता है और थ्रो करते हैं. प्रणव ने कहा कि मौसम की स्थिति के आधार पर गोंद एक चुनौती बन जाती है. उन्होंने कहा-
अत्यधिक गर्मी में गोंद ढीला हो जाता है, जब बहुत अधिक ठंड होती है, तो गोंद सख्त हो जाता है और जब बारिश होती है तो यह फिसलन भरा हो जाता है.
प्रणव ने कहा-
अत्यधिक गर्मी में गोंद ढीला हो जाता है, जब बहुत अधिक ठंड होती है, तो गोंद सख्त हो जाता है और जब बारिश होती है तो यह फिसलन भरा हो जाता है.