ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार को सुप्रीम कोर्ट से जोर का झटका, पहलवान की हत्या के मामले में रद्द की जमानत

ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार को सुप्रीम कोर्ट से जोर का झटका, पहलवान की हत्या के मामले में रद्द की जमानत
Delhi Police arrested two-time Olympic medalist Sushil Kumar in May 2021. (AFP Photo)

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सुशील कुमार 2008 और 2012 ओलिंपिक में मेडल जीते थे.

सुशील कुमार मार्च 2025 में दिल्ली हाई कोर्ट ने जमानत दी थी.

सुप्रीम कोर्ट ने दो बार के ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार की जमानत रद्द कर दी. उनसे सात दिन के अंदर समर्पण करने को कहा गया है. सुशील कुमार पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में आरोपी हैं. उन्हें मार्च में दिल्ली हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय कौल और प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने उस आदेश को खारिज किया. सागर के पिता अशोक धनखड़ ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी.

जूनियर नेशनल चैंपियन रहे सागर की मई 2021 में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हत्या कर दी गई थी. सुशील और उनके साथियों ने जमीन से जुड़े मामले में उनके साथ मारपीट की थी. इसमें सागर के दो साथी घायल हो गए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे सामने आया था कि नुकीली चीज के वार से सागर के दिमाग पर गहरी चोट लगी थी. सुशील को इसके बाद मई 2021 में गिरफ्तार किया था. वह हत्या के बाद फरार हो गए थे. 19 जुलाई 2023 को सेशन कोर्ट ने घुटने की सर्जरी के लिए उन्हें अंतरिम जमानत दी थी.

सुशील कुमार पर ट्रायल कोर्ट ने तय किए थे आरोप

 

इससे पहले अक्टूबर 2022 में ट्रायल कोर्ट ने सुशील पर हत्या, आपराधिक साजिश रचने, धमकाने और खतरनाक हथियार के साथ फसाद करने के आरोप तय किए थे. ट्रायल कोर्ट ने माना कि सागर को अपहरण कर स्टेडियम में लाया गया. यहां पर बेसबॉल और हॉकी स्टिक से उनकी पिटाई की गई.

सुशील भारत के सबसे सफल ओलिंपिक खिलाड़ियों में से एक रहे हैं. उन्होंने 2008 बीजिंग गेम्स में कांस्य और 2012 लंदन गेम्स में रजत पदक जीता था. वह पहले भारतीय एथलीट हैं जिन्होंने ओलिंपिक में दो बार व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीते. उनके बाद ऐसी उपलब्धि पीवी सिंधु (2016 और 2020) और नीरज चोपड़ा (2020 और 2024) ने हासिल की.