Olympics Motto: 4 सालों में एक बार होने वाले ओलिंपिक खेलों का दुनियाभर के खिलाड़ियों और फैंस को बेसब्री से इंतजार रहता है. 2024 में होने वाले पेरिस ओलिंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से होने जा रही है. जब कभी भी ओलिंपिक खेलों की बात होती है, तो उसके आदर्श वाक्य यानी कि मोटो की चर्चा भी जरुर होती है. ओलिंपिक मोटो मूल रूप से 3 लैटिन शब्दों के मेल से बना है, जिसमें ‘सिटिअस, अल्टिअस, फोर्टिअस’ शामिल हैं. हालांकि, 2021 में इसमें चौथा शब्द ‘कोम्युनिस’ भी जोड़ा गया था. ऐसे में आइए, जानते हैं कि इस ओलिंपिक मोटो का मतलब क्या होता है और इसके पीछे की कहानी क्या है.
क्या है ओलिंपिक मोटो का मतलब
1894 में आधुनिक ओलिंपिक खेलों के जनक पियरे डी कूबर्टिन के आग्रह पर ओलिंपिक मोटो को अपनाया गया था. इसमें तब शामिल किए गए 3 लैटिन शब्दों ‘ सिटिअस, अल्टिअस, फोर्टिअस’ के अंग्रेजी में मायने ‘Faster, Higher, Stronger’ होते हैं. हिन्दी में इसके अर्थ की बात करें, तो इसका मतलब ‘अधिक तेज, ऊंचा, अधिक मजबूत’ होता है. 2021 में जोड़े गए नए शब्द ‘‘कोम्युनिस’ का हिंदी में मतलब ‘एकजुट या साथ-साथ’ होता है. अब नया ओलिंपिक मोटो ‘Faster, Higher, Stronger- Together’ है.
2021 में जोड़ा गया नया शब्द
कोरोना महामारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने 20 जुलाई, 2021 को ओलिंपिक के मोटो में एक नया शब्द ‘कोम्युनिस’ जोड़ा. आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने कोरोना महामारी से निपटने के प्रयासों के कारण इसमें नए शब्द को जोड़ने की सिफारिश की. उन्होंने कहा था कि मैं अधिक तेज बनने, उच्चतर लक्ष्य तय करने और अधिक मजबूत बनने के लिए इसमें कोम्युनिस’ (एकजुटता) को जोड़ने का प्रस्ताव रखता हूं. इसे समिति ने स्वीकार कर लिया था.
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