एचएस प्रणय साल 2023 में करना चाहते हैं ये काम, बोले- 2022 में चुनौतियां अलग थीं

एचएस प्रणय साल 2023 में करना चाहते हैं ये काम, बोले- 2022 में चुनौतियां अलग थीं

विश्व रैंकिंग में शीर्ष भारतीय खिलाड़ी बनने के बाद एचएस प्रणय अपने प्रदर्शन में अधिक निरंतरता लाना चाहते हैं जिससे कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने के अधिक मौके मिल सकें. प्रणय ने 2022 में शानदार प्रदर्शन किया और 2019 में 34वें स्थान पर खिसकने के बाद दोबारा करियर की सर्वश्रेष्ठ आठवीं रैंकिंग हासिल की. वर्ष 2018 में गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (पेट से जुड़ा रोग) और 2020 में COVID-19 से जूझने वाले एचएस प्रणय ने मई में थॉमस कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्विस ओपन सुपर 300 में उपविजेता बनने के अलावा इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 और मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 के सेमीफाइनल में पहुंचे.

प्रणय ने मंगलवार (10 जनवरी) को ट्विटर पर कहा, ‘2022 की शुरुआत में चुनौतियां अब की तुलना में अलग थीं. तब कोई अपेक्षा नहीं थी लेकिन एक साल बाद प्रशंसकों और कोच को बड़े टूर्नामेंट जीतने की उम्मीदे हैं. व्यक्तिगत रूप से मैंने हमेशा लक्ष्य को बहुत कम रखा है. मेरे लिए महत्वपूर्ण बात प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करना होगा. मैं अगले सत्र के लिए कैसे उबर सकता हूं, मैं अभी इसी पर ध्यान दे रहा हूं.’

वर्ल्ड टूर फाइनल पर क्या बोले प्रणय

नए सत्र में मई से ओलिंपिक क्वालीफिकेशन अवधि भी शुरू होगी और प्रणय ने कहा कि सही स्पर्धाओं को चुनना महत्वपूर्ण होगा और वह दूसरे हाफ में सब कुछ झोंकने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा, ‘सही समय पर शीर्ष खेल दिखाना कठिन होता है. आप शायद ओलिंपिक के लिए शीर्ष खेल दिखा सकते हो क्योंकि वहां आपके पास तैयारी के लिए पर्याप्त समय होता है. लेकिन किसी एक प्रतियोगिता के लिए शीर्ष स्तर पर पहुंचना आसान नहीं होता. मैं बस सही टूर्नामेंट चुनूंगा और दो से तीन सप्ताह प्रशिक्षण के लिए समय निकालूंगा क्योंकि जब भी मैंने अच्छी ट्रेनिंग की तब मैं मैं परिणाम देने में सक्षम रहा हूं.’

 

प्रणय ने बुधवार (11 जनवरी) को मलेशिया ओपन सुपर 1000 में सकारात्मक शुरूआत करते हुए 10वें नंबर के हमवतन लक्ष्य सेन पर 22-24, 21-12, 21-18 से जीत दर्ज की.