भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट जब स्पेन के लिए रवाना हो रही थीं तब उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. फोगाट को सरकारी अधिकारियों से काफी ज्यादा गुहार लगानी पड़ी थी जिससे उनके वीजा में आई दिक्कतें ठीक हो जाएं. ऐसे में उन्हें जैसे ही वीजा का क्लीयरेंस मिला फोगाट की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फोगाट इसके बाद स्पेन पहुंची और उन्होंने कमाल कर दिया. पेरिस ओलिंपिक से पहले फोगाट के लिए ये तैयारी उनके आत्मविश्वास को ऊपर ले जाने के लिए बेहद ज्यादा जरूरी था.
पेरिस ओलिंपिक से पहले एशियन गेम्स चैंपियन और वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली फोगाट ने ग्रां प्री ऑफ स्पेन में 50 किलो कैटेगरी में गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया है. भारतीय रेसलर के लिए ये लाइटवेट वाला फील्ड था. लेकिन गोल्ड मेडल जीतने से फोगाट को ओलिंपिक से पहले काफी ज्यादा फायदा होने वाला है. फोगाट ने नए वेट कैटेगरी में हिस्सा लिया जो 50 किलो है. इससे पहले वो 53 किलो में पहलवानी करती थीं.
विनेश ने दिखाया कमाल का खेल
विनेश ने फाइनल में मारिया तिमेरेकोवा को 10-5 से हराया. मारिया एक रूसी पहलवान हैं जो यूक्रेन पर आक्रमण के बाद उस देश के एथलीटों पर लगाए गए प्रतिबंध के कारण न्यूट्रल एथलीट के तौर पर हिस्सा ले रही हैं. रूस के जरिए अपने कुछ पहलवानों को खेलों में भाग लेने की अनुमति देने वाले आमंत्रण को स्वीकार न करने के बाद मारिया इस महीने के अंत में पेरिस ओलिंपिक में भाग नहीं ले पाएंगी. विनेश ने अपने दिन की शुरुआत क्यूबा की पैन अमेरिकन चैंपियन युस्नेलिस गुज़मैन को 12-4 से हराकर की. इसके बाद उन्होंने कनाडा की मैडिसन पार्क्स, जो 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स की रजत पदक विजेता हैं उनपर जीत दर्ज की और फिर सेमीफाइनल में एक अन्य कनाडाई पहलवान कैटी डचक को 9-4 से हराया.
बता दें कि स्पेन की जीत इस बात की गारंटी नहीं है कि विनेश पेरिस ओलिंपिक में मेडल जीत जाएंगी. लेकिन इससे उन्हें काफी ज्यादा आत्मविश्वास मिला है. बता दें कि स्पेन के बाद अब वो फ्रांस में 20 दिन के कैंप में हिस्सा लेंगी. बता दें कि विनेश को ठीक एक महीने बाद यानी की 6 जुलाई को अपना ओपनिंग बाउट खेलना है.
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