स्टीव स्मिथ ने चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के हाथों हार के बाद अचानक वनडे क्रिकेट से संन्यास लेकर हर किसी को चौंका दिया. अब कुछ ऐसा ही चौंकाने वाला फैसला भारतीय दिग्गज ने ले लिया है. भारत के दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने बुधवार को ऐलान कर दिया है कि वह चेन्नई में आगामी डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर में भाग लेने के बाद पेशेवर टेबल टेनिस से संन्यास ले लेंगे. भारत के सबसे सफल टेबल टेनिस खिलाड़ियों में से एक एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के मेडलिस्ट ने पांच ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व किया है.
इमोशनल हुए शरत कमल
भारतीय दिग्गज ने सोशल मीडिया पर अपने पूरे सफर को याद करते हुए संन्यास का ऐलान किया. उन्होंने उस पल को भी याद किया, जब उन्होंने दो साल की उम्र में पहली बार रैकेट को थामा था.उन्होंने लिखा-
चलिए 40 साल पहले की बात करते हैं, जब मैं दो साल का था. तब मैंने पहली बार अपने हाथ में रैकेट पकड़ा था. यह नहीं जानते हुए कि यह मेरा सबसे लंबे समय तक चलने वाला साथी बन जाएगा. मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि मैं इसे पूरी तरह से छोड़ रहा हूं, लेकिन यह निश्चित रूप से बड़े टेबलों पर हमारे लिए अंत है. अपने रैकेट को थोड़ा आराम देने का समय आ गया है.
सभी खुशियों के लिए, सभी प्यार के लिए, सभी दर्द के लिए, सबक के लिए और उन सभी लोगों के लिए जो इस खेल ने मुझे दिए हैं. उनका आभारी हूं. हर छोटा टुकड़ा हमेशा मेरे साथ रहेगा.
और इसलिए पांच ओलिंपिक के बाद, 10 नेशनल चैंपियनशिप खिताब, इंटरनेशनल मेडल और इतने लंबे समय तक भारत की जर्सी पहनने का सम्मान - यह कल्पना करना कठिन है कि जब मैं टेबल टेनिस नहीं खेलूंगा तो जिंदगी कैसा होगी, लेकिन अब मुझे इसे फिर से कल्पना करनी चाहिए.
यह सही है कि मेरा सफर वहीं समाप्त हो, जहां से यह सब शुरू हुआ था - घर पर. इसलिए इस महीने के आखिर में चेन्नई में होने वाला WTT स्टार कंटेंडर मेरा आखिरी पेशेवर इवेंट होगा, जिसके बाद मैं खेल को टेबल से बाहर रखना जारी रखूंगा. जैसा कि वे कहते हैं, जीवन एक पूर्ण चक्र में आता है.
शरत कमल की उपलब्धि
शरत ने अपने शानदार करियर के दौरान सात गोल्ड, तीन सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज समेत कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 13 मेडल जीते. एशियन गेम्स में उन्होंने दो ब्रॉन्ज जीते थे. साल 2018 में जकार्ता एशियन गेम्स में उन्होंने मैंस टीम और मिक्स्ड डबल्स में ब्रॉन्ज जीतकर इतिहास रच दिया था. एशियाई टेबल टेनिस चैंपियनशिप में चार पदक भी जीते हैं.
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