भारत की पहली अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियन महिला पहलवान रीतिका हुड्डा मुश्किलों में घिर गई है. डोप टेस्ट में फेल होने के कारण उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. उन पर चार साल के बैन का भी खतरा मंडरा रहा है. रीतिका के सस्पेंशन से भारतीय कुश्ती को भी तगड़ा लगा है, क्योंकि भविष्य का स्टार पहलवान माना जा रहा था. वह साल 2023 में अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं. उन्होंने 76 किग्रा वेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था.
अभी तक कुछ भी पुष्टि नहीं हुई है. मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है.मैं अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करूंगी. मुझे नाडा और (कुश्ती) महासंघ पर पूरा भरोसा है. मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकती.
बी नमूना नमूना’ देने पर विचार
रीतिका आगे की जांच के लिए ‘बी नमूना’ देने पर विचार कर रही हैं. ओलिंपिक में पदक जीतने में नाकाम रहने के बाद रीतिका ने मार्च में एशियाई चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता और मंगोलिया में यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज प्रतियोगिता में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए इस साल मई में गोल्ड मेडल जीता था.
रीतिका धीरे-धीरे सीनियर स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं और उनका निलंबन भारतीय कुश्ती के लिए एक झटका है, क्योंकि वह इस साल के आखिरी में विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने की प्रबल दावेदार थीं. इस साल वह तीन प्रतियोगिताओं में से सिर्फ एक मुकाबला हारी हैं.