जेनिफर वर्गीज (Jennifer Varghese) और दिव्यांशी भौमिक (Divyanshi Bhowmick), भारत की वो दो बेटियां, जिन्होंने पूरे देश का इंतजार खत्म कर दिया. जेनिफर और दिव्यांशी ने भारत को वर्ल्ड यूथ टेबल टेनिस चैंपियनशिप में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल दिला दिया. दोनों ने भारत की झोली में इस टूर्नामेंट का पहला सिल्वर मेडल डाला.अंडर 15 गर्ल्स कैटेगरी में दोनों ने खिताब ने लिए जी जान लगा दी थी, मगर जापान की युना ओजियो और माओ टाकामोरी की जोड़ी की बाधा को पार नहीं कर पाई और 1-3 से फाइनल गंवा दिया.
भारतीय जोड़ी ने जापान को कड़ी टक्कर दी, मगर फाइनल 5-11, 11-8, 4-11, 2-11 से गंवा दिया. इससे पहले भारतीय जोड़ी ने फ्रांस की लियाना होचार्ट और चीन की निना गुओ को एकतरफा मुकाबले में 3-0 से हराकर फाइनल में एंट्री की थी. इस टूर्नामेंट में पहली बार कोई भारतीय प्लेयर्स फाइनल में पहुंचे थे.
एकतरफा जीत के साथ फाइनल में एंट्री
सेमीफाइनल में फ्रांस और चीन की जोड़ी के खिलाफ जेनिफर और दिव्यांशी ने मुकाबला भले ही एकतरफा अंदाज में जीता, मगर पहला गेम जीतने के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. पहला गेम भारतीय जोड़ी ने 14 -12 के अंतर से जीता था, मगर इसके बाद अगले दो गेम 11-9, 11-8 से जीतकर ऐतिहासिक फाइनल में एंट्री की. फाइनल में भी दोनों ने दम दिखाया और एक गेम जीता, मगर स्कोर बराबर करने के बाद वो जापानी जोड़ी को टक्कर नहीं दे पाई और मुकाबला गंवा दिया.