ज्योति सुरेखा ने वर्ल्‍ड कप फाइनल में रच दिया इतिहास, दुनिया की दूसरे नंबर की तीरंदाज को हराकर जीता मेडल

ज्योति सुरेखा ने वर्ल्‍ड कप फाइनल में रच दिया इतिहास, दुनिया की दूसरे नंबर की तीरंदाज को हराकर जीता मेडल
ज्योति सुरेखा वेन्नम

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ज्योति सुरेखा वेन्नम ने वर्ल्‍ड कप फाइनल में मेडल जीता.

ज्योति सुरेखा वेन्नम ने वर्ल्‍ड कप फाइनल में मेडल जीता.

भारत की स्‍टार तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम ने वर्ल्‍ड कप फाइनल में इतिहास रच दिया है. वह वर्ल्‍ड कप फाइनल में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला कंपाउंड तीरंदाज बन गई हैं. उन्‍होंने ब्रॉन्‍ज मेडल अपने नाम किया.एशियाई खेल चैंपियन ज्‍योति ने दुनिया की दूसरे नंबर की तीरंदाज ब्रिटेन की एला गिब्‍सन को 150- 145 से हराकर पहली बार इस टूर्नामेंट में पोडियम पर जगह बनाई. आठ तीरंदाजों के वर्ल्‍ड कप सत्र  के फाइनल में 29 साल की ज्योति ने क्वार्टर फाइनल में अमेरिका की एलेक्सिस रूइज को 143-140 से हराया था.

कौन हैं ज्योति सुरेखा वेन्नम?

आंध्र प्रदेश की ज्योति सुरेखा वेन्नम कपाउंड तीरंदाज है. एशियन गेम्‍स में वह तीन गोल्‍ड समेत कुल पांच मेडल जीत चुके हैं. वर्ल्‍ड गेम्‍स में वह ब्रॉन्‍ज मेडल जीत चुकी है. जबकि 2023 में वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में टीम इवेंट में गोल्‍ड जीता था.


ज्‍योति सुरेखा का नाम लिम्‍का बुक ऑफ रिकॉर्ड में क्‍यों हुआ था दर्ज?

ज्‍यो‍ति ने  करीब छह साल की उम्र में कृष्‍णा नदी में तीन घंटे 20 मिनट और छह सेकेंड में करीब 5 किलोमीटर तैराकी की थी. वह लिम्‍का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाने वाली सबसे युवा थीं. 

ज्‍योति ने आर्चरी में कब कदम रखा?


ज्‍योति ने 11 साल की उम्र में तीरंदाजी में हिस्‍सा लेना शुरू कर दिया था. उन्‍होंने जूनियर लेवल पर कई टूर्नामेंट में हिस्‍सा लिया था. इसके बाद 2011 में एशियन आर्चरी चैंपियनशिप में ब्रॉन्‍ज जीता और इसके बाद उन्‍होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.