वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में स्वीडन के अर्मांड (मोंडो) डुप्लांटिस ने इतिहास रच दिया. इस सुपरस्टार एथलीट ने 14वीं बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा और पुरुषों की पोल वॉल्ट स्पर्धा में लगातार तीसरी बार विश्व चैंपियन बन गए. मोंडो डुप्लांटिस ने टोक्यो में खेली जा रही चैंपियनशिप में 6.30 मीटर का बैरियर पार किया. इसके साथ ही स्टेडियम में बैठे 53 हजार और टीवी-मोबाइल से देख रहे करोड़ों दर्शक झूम उठे. डुप्लांटिस अभी ओलिंपिक विजेता भी है. उन्होंने पिछले पांच साल में जो भी खिताब जीते हैं उनमें लगभग सबमें हर बार नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है.
डुप्लांटिस ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपने तीसरे और आखिरी प्रयास में 6.30 मीटर का बैरियर पार किया. इससे पहले उन्होंने 6.10 और 6.15 मीटर की बाधा को पार करते हुए पहला स्थान तय किया. अपनी तीसरी कोशिश को उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने के लिए बचाकर रखा. यह अब उनकी आदत बन चुकी है. सितंबर 2022 से यह उनकी लगातार 49वीं जीत है. उनके जीत के लिए इनामी रकम के रूप में 70 हजार डॉलर यानी 61 लाख रुपये मिले. वहीं वर्ल्ड चैंपियनशिप में वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने पर एक लाख डॉलर यानी 88 लाख रुपये का बोनस अलग से मिला.
डुप्लांटिस ने वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतकर क्या कहा
डुप्लांटिस के पिता अमेरिकी और मां स्वीडिश हैं. वे अपनी मां के देश की ओर से ही खेलते हैं. टोक्यो ओलिंपिक्स के बाद से इस एथलीटी ने सभी बड़े खिताब जीते हैं. इनमें इंडोर और आउटडोर के सारे इवेंट शामिल हैं. तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने के बाद डुप्लांटिस ने कहा, .दर्शकों के साथ इस वर्ल्ड रिकॉर्ड की खुशी मनाना काफी खास है. आखिरी बार जब मैं इस स्टेडियम में था तब दर्शक नहीं थे. यह डरावना और अजीब था और कोई मजा नहीं आया.
3 महाद्वीप, 9 देश और 14 वर्ल्ड रिकॉर्ड
टोक्यो ओलिंपिक्स कोविड-19 के समय में हुए थे. तब दर्शकों के स्टेडियम में आने पर पाबंदी थी. तब डुप्लांटिस ने केवल गोल्ड मेडल जीता था. वह वर्ल्ड रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए थे. डुप्लांटिस ने पोल वॉल्ट में 8 फरवरी 2020 से रिकॉर्ड तोड़ना शुरू किया था. तब से वह तीन महाद्वीपों और नौ देशों में कुल 14 बार ऐसा कर चुके हैं.