निकहत जरीन ने रचा इतिहास, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल

निकहत जरीन ने रचा इतिहास, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल

निकहत जरीन ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 52 किलो कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता है. तुर्की के इस्तान्बुल शहर में खेले गए टूर्नामेंट में उन्होंने यह कमाल किया. निकहत जरीन ने फाइनल में 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से गोल्ड मेडल अपने नाम किया. वह पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर हैं जिन्होंने यह कारनामा किया है. निकहत जरीन से पहले मेरी कॉम, सरिता देवी, जेनी आरएल और लेखा केसी ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता है. 

निकहत जरीन ने थाईलैंड की जित्पॉन्ग जुटामास को हराया. हालांकि पिछले 14 साल में मैरी कॉम के बाद निकहत जरीन पहली भारतीय हैं जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता है. निकहत तेलंगाना से आती हैं. वह काफी सामान्य परिवार से आगे आईं हैं और बॉक्सिंग के मंच पर भारत का नाम ऊपर किया है. निकहत ने 13 साल की उम्र में बॉक्सिंग शुरू की थी और छह महीने के अंदर 2010 में स्टेट चैंपियनशिप गोल्ड जीता था. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. 2021 टोक्यो ओलिंपिक में जाने के लिए उन्होंने मैरी कॉम को चुनौती दी थी. हालांकि इस पर काफी विवाद हुआ था. लेकिन निकहत ने साबित किया कि वह चुनौतियों का सामना करने से नहीं घबराती हैं.

मैरी कॉम ने 6 बार जीता खिताब
मैरी कॉम ने छह बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता. उन्होंने 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018 में यह कारनामा किया था. वहीं सरिता देवी ने 2006, जेनी आरएल ने 2006 और लेखा केसी ने 2006 में गोल्ड जीता था. वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022 में निकहत जरीन के गोल्ड के अलावा 57 किलो में मनीषा मोन और 63 किलो में परवीन हुड्डा ने कांस्य पदक जीता. वर्तमान चैंपियनशिप में 12 भारतीय बॉक्सर्स ने हिस्सा लिया था. हालांकि इस बार एक मेडल पिछली बार की तुलना में कम आया. लेकिन करीब चार साल बाद कोई भारतीय वर्ल्ड चैंपियन बना है. 2018 में मैरी कॉम  ने 48 किलो भारवर्ग में गोल्ड जीता था.