एशियन गेम्स में भारत के लिए खेल चुकी इंटरनेशनल मार्शल आर्ट खिलाड़ी रोहिणी कलम ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. 35 साल की रोहिणी का शव अपने घर में कमरे में फंदे से लटका मिला. रोहिणी ने अबू धाबी में आठवीं एशियाई चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वह ना केवल एक एथलीट थीं, बल्कि एक स्कूल में मार्शल आर्ट कोच के रूप में भी काम करती थीं और कथित तौर पर काम के कारण तनाव में थीं.
रोहिणी कलाम की मौत का कारण
जुजित्सू खिलाड़ी रोहिणी की मौत की जांच चल रही है, लेकिन उनकी बहन ने बताया कि वो पिछले कुछ दिनों से काफी तनाव में थीं. एनडीटीवी के अनुसार रोहिणी की बहन रोशनी ने बताया कि वह अपनी नौकरी को लेकर टेंशन में थी. उसके स्कूल के टीचर उन्हें परेशान कर रहे थे. स्कूल प्रिंसिपल भी परेशान कर रहे थे. वह इस बात को उनके फ़ोन पर बात करने के तरीके से समझ सकती थी. रोशनी के अनुसार रोहिणी की नौकरी मध्य प्रदेश के आष्टा में थी, लेकिन वह शनिवार को देवास अपने घर आई थीं. उन्होंने आगे बताया कि रोहिणी की रविवार दिन की शुरुआत बाकी दिनों की तरह चाय के साथ हुई. उसके बाद फ़ोन पर बात हुई और फिर वह अपने कमरे में जाकर दरवाज़ा बंद कर लिया.
रोहिणी की उपलब्धियां
रोहिणी का पेशेवर जुजित्सू करियर 2015 में शुरू हुआ. उन्होंने हांग्जो में हुए 19वें एशियन गेम्स में हिस्सा लिया थे और बर्मिंघम में हुए विश्व खेलों में भारत की इकलौती प्रतिनिधि थीं. उनकी उपलब्धियों में एशियाई जुजित्सू चैंपियनशिप में कई पदक शामिल हैं. उन्होंने बैंकॉक में आयोजित थाईलैंड ओपन ग्रां प्री 2022 में 48 किलो वेट कैटेगरी ब्रॉन्ज मेडल और अबू धाबी में आयोजित 8वीं एशियाई जुजित्सू चैंपियनशिप 2024 में डुओ क्लासिक स्पर्धा में एक और ब्रॉन्ज जीता.

