भारत के स्टार निशानेबाज गुरप्रीत वर्ल्ड चैंपियन बनने से करीब से चूके, इनर 10 के चलते हाथ से फिसला गोल्ड मेडल

भारत के स्टार निशानेबाज गुरप्रीत वर्ल्ड चैंपियन बनने से करीब से चूके, इनर 10 के चलते हाथ से फिसला गोल्ड मेडल
गुरप्रीत सिंह

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गुरप्रीत सिंह 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहे.

वर्ल्ड चैंपियनशिप में गुरप्रीत का दूसरा मेडल

ओलिंपियन गुरप्रीत सिंह मैंस की 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल स्पर्धा में विश्व चैंपियन बनने के बेहद करीब पहुंच गए. ओलिंपिक निशानेबाजी रेंज में यूक्रेन के पावलो कोरोस्टाइलोव से इनर 10 (10 अंक का अंदरुनी हिस्सा) के अधार पर हारने के बाद उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. यह वर्ल्ड चैंपियनशिप में गुरप्रीत का दूसरा व्यक्तिगत पदक है. उन्होंने इससे पहले 2018 में चांगवोन में 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में ही रजत पदक जीत था.

कुल 584 अंक

गुरप्रीत ने दो दिन की प्रतियोगिता में प्रिसिजन और रैपिड चरणों में कुल 584 अंक जुटाए,जिसमें 18 निशाने 10 अंक के अंदरुनी हिस्से में रहे.कोरोस्टाइलोव ने 29 निशाने 10 अंक के अंदरूनी हिस्से में लगाए. उन्होंने अंतिम रेपिड दौर में 100 का परफेक्ट स्कोर बनाकर गोल्ड मेडल जीता.

दूसरे दिन वापसी

गुरप्रीत प्रिसिजन चरण के बाद 288 अंक (95,97,96) के साथ नौवें स्थान पर थे, लेकिन दूसरे दिन वापसी करते हुए रैपिड चरण में 296 (98,99,99) का शानदार स्कोर बनाकर रजत पदक जीता. प्रिसिजन चरण के बाद 291 अंक के साथ शीर्ष रह मौजूद रहे यूक्रेन के निशानेबाज ने रेपिड चरण में 293 अंक हासिल करके गुरप्रीत के स्कोर की बराबरी की और 10 अंक के अंदरूनी हिस्से में अधिक निशाने लगाकर खिताब जीता.

हरप्रीत सिंह प‍िछड़े

प्रिसिजन चरण में हरप्रीत सिंह 291 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए पदक की दौड़ में थे, लेकिन रेपिड चरण में 286 अंक ही बना पाए और नौवें स्थान पर रहे. एक अन्य भारतीय निशानेबाज साहिल चौधरी कुल 561 अंक (प्रिसिजन – 272 और रेपिड – 289) के कुल स्कोर के साथ 28वें स्थान पर रहे. तीनों भारतीय निशानेबाज टीम पदक तालिका से बाहर पांचवें स्थान पर रहे.