साक्षी मलिक का यौन शोषण पर खुलासा, बृज भूषण पर लगाया आरोप- बिस्तर पर बैठी थी और उसने छेड़खानी की

साक्षी मलिक का यौन शोषण पर खुलासा, बृज भूषण पर लगाया आरोप-  बिस्तर पर बैठी थी और उसने छेड़खानी की
Sakshi Malik

Highlights:

बृज भूषण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का केस चल रहा है. 

साक्षी मलिक ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में यौन शोषण के आरोप की डिटेल दी है.

रेसलर साक्षी मलिक ने खुलासा किया है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने उनके साथ छेड़खानी की कोशिश की. उन्होंने किताब के जरिए इस घटना का पूरा ब्यौरा दिया. साक्षी का आरोप है कि 2012 में कजाखस्तान के अलमाटी में हुई एशियन जूनियर चैंपियनशिप के दौरान बृजभूषण ने अपने होटल के कमरे में उनका यौन शोषण करने की कोशिश की. टाइम्स ऑफ इंडिया ने साक्षी की किताब 'विटनेस' का एक अंश छापा है जिसमें इस घटना के बारे में विस्तार से लिखा है. बृज भूषण पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का केस चल रहा है. 

साक्षी ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा है कि उन्हें माता-पिता से फोन पर बात करने के बहाने बृज भूषण के कमरे में भेजा गया था. लेकिन इसके बाद जो हुआ वह उनके जीवन की सबसे दर्दनाक घटना रही. किताब में लिखा है, 'सिंह ने मेरे माता-पिता से बात कराई. तब तक सब सही था. जब मैंने उनसे मेरे मैच और मेरे मेडल की बात की तब मुझे याद है कि शायद ही कुछ गलत होने का अंदेशा हुआ. लेकिन कॉल खत्म होने के बाद उसने मेरा शोषण करने की कोशिश की. तब मैं उसके बिस्तर पर बैठी थी. मैंने उसे पीछे धक्का दिया और रोने लगी. इसके बाद वह पीछे हट गया. मुझे लगता है कि वह समझ गया था कि जो वह चाहता है मैं उसमें साथ नहीं दूंगी. वह कहने लगा कि उसने पापा के जैसे हाथ रखा था. लेकिन मुझे पता था कि ऐसा नहीं था. मैं उसके कमरे से अपने तक भागी और रोती रही.'

साक्षी के साथ बचपन में भी हुई छेड़छाड़

 

साक्षी ने किताब के जरिए बताया कि उनके साथ बचपन में भी गलत हरकत हुई थी. उनके ट्यूशन टीचर ने उन्हें गलत तरीके से छुआ था. उन्होंने लिखा, 'बचपन में भी मेरे साथ छेड़छाड़ हुई लेकिन लंबे समय तक मैं इस बारे में परिवार को नहीं बता सकी क्योंकि मैंने समझा कि यह मेरी गलती थी. मेरा ट्यूशन मुझसे छेड़छाड़ करता था. वह मुझे किसी भी समय क्लास के लिए अपने घर बुलाता और कभी-कभी छूता. मैं ट्यूशन जाने से डरती थी लेकिन मैं कभी अपनी मां को नहीं बता सकी. यह लगातार चलता रहा और मैं चुप रही. बाद में मां को बताया तो उन्होंने मेरा साथ दिया.'