साल 1991 से खेले जाने वाले महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप (Women;s Football World Cup 2023) पर स्पेन की टीम ने पहली बार कब्जा जमाया. इंग्लैंड और स्पेन की टीम पहली बार फाइनल खेल रही थी. इस दौरान स्पेन की कप्तान ओल्गा ने गोल करके इंग्लैंड को महज एक गोल से पछाड़ दिया था. यही इंग्लैंड के हार की वजह बन गया. इंग्लैंड की टीम ने पूरे मैच के दौरान सिर्फ 7 शॉट्स लगाए और उनकी टीम स्पेन के डिफेंस को भेदने में कामयाब नहीं हो सकी. वहीं मैच के 29वें मिनट में कप्तान ओल्गा द्वारा किए गए बेहतरीन गोल से स्पेन की टीम ने पहली बार फीफा महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच डाला है. महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप सबसे अधिक चार बार अमेरिका की टीम जीत चुकी है. जबकि दो बार जर्मनी की टीम भी इस ट्रॉफी को अपने नाम कर चुकी है. ये जीत स्पेन के महिला फुटबॉल के इतिहास में अब हमेशा के लिए अमर हो गई है.
पहले हाफ में स्पेन ने खोला खाता
इंग्लैंड और स्पेन की टीम फीफा महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के सिडनी मैदान में फाइनल खेलने उतरीं. स्पेन की टीम ने इंग्लैंड के सामने अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखा और अटैकिंग अप्रोच दिखाई. जिसका नतीजा ये रहा कि स्पेन की कप्तान ओल्गा ने एक बार फिर से फैंस का दिल जीता. ओल्गा ने 29वें मिनट में लेफ्ट साइड से लेफ्ट पैर से बेहतरी शॉट गोल पोस्ट के राइट कॉर्नर की तरफ किया और इंग्लैंड की गोलकीपर कुछ नहीं कर सकी. जिससे स्पेन ने गोल से खाता खोला. सेमीफाइनल में गोल करने वाली ओल्गा ने फिर से फाइनल में गोल करके अपनी टीम को ख़ुशी का मौका दिया.
बैकफुट पर रही इंग्लैंड
दूसरे हाफ में भी गोल नहीं कर सकी इंग्लैंड
पहले हाफ में 1-0 की बढ़त लेने के बाद स्पेन की महिला फुटबॉल टीम ने दूसरे हाफ में इंग्लैंड पर दबाव बनाए रखा. इंग्लैंड की टीम ने पहले हाफ के बाद हालांकि गोल करने का भरसक प्रयास किया लेकिन उनकी टीम स्पेन के डिफेंस में सेंध नहीं लगा पा रही थी. जबकि दूसरी तरफ स्पेन की टीम भी हालांकि दूसरे हाफ में गोल के प्रयास में गेंद को अधिक से अधिक अपने पास रखने के लिए प्रयासरत रही. इन दोनों टीमों ने दूसरे हाफ में टक्कर का खेल दिखाया. जिससे दूसरे हाफ के अंतिम समय तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी. लेकिन मैच में तभी 13 मिनट का इंजुरी टाइम जोड़ा गया.
7 शॉट्स ही लगा सकी इंग्लैंड
अब दूसरा हाफ समाप्त होने के बाद स्पेन को जहां 13 मिनट तक गोल होने से बचाना था. वहीं इंग्लैंड की टीम के पास वर्ल्ड कप ट्रॉफी हासिल करने के लिए सिर्फ 13 मिनट के समय के अंदर गोल करना बहुत जरुरी हो चला था. लेकिन इंग्लैंड की टीम अंत तक कोई गोल नहीं कर सकी और उसे 0-1 से हार का सामाना करना पड़ा. पूरे मैच के दौरान स्पेन ने कुल 13 शॉट्स लगाए. जबकि इंग्लैंड की टीम सिर्फ 7 शॉट्स ही लगा सकी.
ये भी पढ़ें :-
Indian Team: कौन बनेगा टीम इंडिया का उपकप्तान? हार्दिक पंड्या को इस खिलाड़ी से मिल रही कड़ी टक्कर