सुपरस्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने इस बात पर दर्द जाहिर किया कि उन्हें रोजर फेडरर और राफेल नडाल जैसा प्यार नहीं मिलता. उनका कहना है कि एक अनचाहे बच्चे जैसा उन्हें महसूस होता है. जोकोविच ने कहा कि अपने बर्ताव में बदलाव के जरिए दर्शकों की वाहवाही बटोरने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. सर्बिया से आने वाले इस दिग्गज ने पुरुषों में सबसे ज्यादा 24 बार ग्रैंड स्लैम जीते हैं. फेडरर ने 20 और नडाल के नाम 22 ग्रैंड स्लैम हैं. ये तीनों मिलकर टेनिस की गोल्डन जेनरेशन कहलाते थे.
जोकोविच ने फेडररा और नडाल की तरह तारीफ नहीं मिलने के बारे में स्लेवन बिलिच के साथ Failures of Champions नाम के इंटरव्यू में बताया, 'मुझे ऐसा लगा जैसे मैं तीनों में अनचाहा बच्चा हूं. मैं कई बार पूछा करता था कि ऐसा क्यों है और इससे काफी तकलीफ होती थी. मुझे लगा कि मेरे बर्ताव में तब्दीली से शायद फर्क पड़ेगा लेकिन वह भी असरहीन साबित हुआ.'
जोकोविच ने कहा जब वे चुनौती के लिए उतरे तब तक फेडरर और नडाल की प्रतिद्वंद्विता बन चुकी थी. ऐसे में उनके आने को सकारात्मक रूप से नहीं लिया गया. जोकोविच ने कहा, 'वे दोनों पहले ही प्रतिद्वंद्विता तैयार कर चुके थे क्योंकि नडाल मेरे से कुछ साल पहले ही आ गए थे. वे स्विट्जरलैंड और स्पेन से आए थे. वे पश्चिमी ताकतें हैं... मुझे कभी फेडरर और नडाल की तरह प्रेम नहीं मिला क्योंकि एक तरह से मुझे उनके नैरेटिव को तोड़ने वाले के तरह नहीं देखा गया. मैं तीसरा शख्स था. मैंने खुलकर कहा कि मैं नंबर एक बनूंगा. सबको यह बात हजम नहीं हुई.'
जोकोविच बोले- मैंने कभी फेडरर-नडाल के लिए बुरा नहीं कहा
जोकोविच ने माना कि फेडरर और नडाल के साथ उनकी प्रतिद्वंद्विता साल दर साल गर्मजोशी और ठंडेपन के बीच झूलती रही. मैदान पर उनके रवैये ने दोस्ती में ज्यादा मदद भी नहीं की. जोकोविच के अनुसार, 'कोई मेरा सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी है इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उसका बुरा चाहता हूं, उससे नफरत करता हूं या कोर्ट पर उन्हें हराने के लिए कुछ अलग करना चाहता हूं. हम जीत के लिए लड़े और जो बेहतर था वह जीता. मैंने हमेशा फेडरर और नडाल दोनों का सम्मान किया. मैंने उनके लिए कभी बुरा शब्द नहीं कहा और न ही कहूंगा. मैं उनका सम्मान करता था और करता हूं. लेकिन नडाल के साथ मेरा रिश्ता बेहतर रहा.'