एरिना सबालेंका ने अमेरिका की जेसिका पेगुला का सपना चकनाचूर करके मेडन यूएस ओपन टाइटल जीत लिया है. उन्होंने फाइनल में छठी वरीय पेगुला को सीधे सेटों को 7-5, 7-5 से हराया. पेगुला पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंची थीं. दूसरी वरीयता प्राप्त सबालेंका का ये पहला यूएस ओपन और ओवरऑल तीसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है.
पिछले साल सबालेंका को यहां फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि उससे पहले वो दो बार सेमीफाइनल में आगे नहीं बढ़ पाई थी, मगर इस बार बेलारूस की सबालेंका ने कोई गलती नहीं की. वो साल का आखिरी ग्रैंडस्लैम अपने नाम किया. जीत के बाद सबालेंका ने कहा-
मैंने पिछले साल यहां कड़ा सबक सीखा था. फाइनल के मुश्किल पलों में मैं मजबूत बने रहने की कोशिश कर रही थी. मैं खुद को ये याद दिलाने की कोशिश कर रही थी कि मैंने बहुत कुछ झेल लिया है और मैं इस दबाव को झेलने के लिए काफी मजबूत हूं.
इस दौरान चैंपियन ने उन चुनौतियों का जिक्र भी किया, जिनका सामना उन्हें पिछले कुछ सालों में करना पड़ा था. साल 2019 में सबालेंका ने अपने पिता को खो दिया था, जबकि इस साल मार्च में उनके बॉयफ्रेंड की मृत्यु हो गई थी. इतना ही नहीं दाहिने कंधे की समस्या के कारण उन्हें इस जुलाई में विंबलडन से हटना पड़ा था. सबालेंका ने आगे कहा-
पिता को खोने के बाद मेरा टारगेट टेनिस इतिहास में अपने परिवार का नाम दर्ज कराना रहा. मैं जब भी ट्रॉफी पर अपना नाम देखती हूं तो मुझे खुद पर गर्व महसूस होता है. मुझे अपने परिवार पर गर्व होता है, जिन्होंने मुझे आगे बढ़ाने के लिए हर कोशिश की थी.
पिछले साल सबालेंका को फाइनल में कोको गॉफ ने हरा दिया था. सबालेंका को उस वक्त दर्शकों का उतना सपोर्ट नहीं मिला था. गॉफ की तरफ पेगुला भी अमेरिकी हैं, मगर इस बार सबालेंका को दर्शकों का काफी सपोर्ट मिला.
ये भी पढ़ें :-