एक हालिया क्रिकेट ट्रॉफी समारोह में बड़ा विवाद खड़ा हो गया जब मोहसिन नकवी ने भारतीय टीम को ट्रॉफी देने पर जोर दिया। भारत पहले ही यह कह चुका था कि वह उनसे ट्रॉफी नहीं लेगा। इस घटनाक्रम पर एक वक्ता ने कहा कि नकवी अपने क्रिकेट के ओहदे का इस्तेमाल अपने राजनीतिक ओहदे के लिए कर रहे हैं और पाकिस्तान क्रिकेट के साथ दुश्मनी निभा रहे हैं। जब भारत ने ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया, तो नकवी को किसी और को इसे देने की अनुमति देनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वक्ता के अनुसार, "वो बंदा ट्रॉफी लेके घर चले गया।" इस व्यवहार को एक 'एम्बैरस्मन्ट' बताया गया और इसकी तुलना 2022 एशिया कप से की गई, जहां ACC चीफ जय शाह ने फाइनल में ट्रॉफी नहीं दी थी। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस मामले में शिकायत दर्ज करने जा रहा है, हालांकि वक्ता का मानना है कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा।
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