एशिया कप 2022 में भारत-पाकिस्तान मैच के नतीजे के बाद सोशल मीडिया पर फिर से बवाल देखने को मिला. भारत यह मुकाबला हार गया और सोशल मीडिया के वीरों ने अर्शदीप सिंह को हार का जिम्मेदार ठहरा दिया. उनके लिए घटिया शब्द इस्तेमाल किए गए. खालिस्तानी करार देकर इस युवा खिलाड़ी के आत्मविश्वास को तोड़ने की कोशिश की गई. फर्जी बातें लिखने वाले भूल गए कि किस तरह अर्शदीप सिंह ने आखिरी ओवर में हिम्मती बॉलिंग कर पाकिस्तानी खेमे में खलबली मचा दी. उनके पास सात रन बचाने का काम था और इसे हासिल करने में पाकिस्तान के पसीने छूट गए थे. लेकिन क्रिकेट के प्लास्टिक और नफरती फैंस को केवल एक बात याद रही और वह थी कैच छूटना.
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ऐसा पहले भी हुआ है जब गलतियां ढूंढ़ने वालों को सिर्फ एक गलती याद रही और इसके जरिए उन्होंने खिलाड़ियों को नीचा दिखाने की कोशिश की. 36 साल पहले कुछ ऐसा ही वाकया चेतन शर्मा के साथ हुआ था जब उनकी गेंद यॉर्कर के बजाय फुलटॉस होकर छक्के के लिये चली गयी थी. चेतन ने तब जावेद मियांदाद को यॉर्कर डालने का प्रयास किया था जिन्हें तब ‘शारजाह का महाराजा’ कहा जाता था लेकिन यह फुल टॉस हो गयी. इसके बाद चेतन शर्मा के कमाल के खेल को नजरअंदाज कर दिया गया. उनकी इस एक गेंद को हमेशा के लिए उनके साथ नत्थी कर दिया गया.
चेतन की उपलब्धियों को भुला दिया गया
इस तथ्य को भुला दिया गया कि शारजाह का मैदान छोटा है और यहां छक्के आराम से लगाए जा सकते हैं. आईपीएल के कई मुकाबलों के दौरान शारजाह में बड़े स्कोर बनते और छक्के बरसते देखे गए हैं. 1986 में आस्ट्रेलेशिया कप फाइनल में चेतन के लिए एक गेंद काफी खराब रही जिसमें वह लेंथ से चूक गए. भारतीय जनता ने तब चेतन को नहीं बख्शा था जबकि वह लॉर्ड्स टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों में से एक हैं और वनडे विश्व कप में पहली हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज हैं.
गलती की कोई जगह नहीं!
अब 2022 में आसिफ अली ने हवा में शॉट खेला और अर्शदीप से कैच छूट गया जबकि इस तरह के कैच वह लगभग हर बार पकड़ लेते. चेतन और अर्शदीप दोनों मैचों के बीच 36 साल का अंतर रहा लेकिन दर्शक इंसान की सरल सी गलती को भी स्वीकार नहीं कर पाते और तब चेतन इससे काफी भयभीत हो गए थे. उम्मीद की जानी चाहिए कि कैच छूटने से हुई चूक का 23 साल के अर्शदीप सिंह पर गहरा असर न हो. वे एक चैंपियन गेंदबाज हैं और अभी तक के करियर में उन्होंने दिखाया है कि वह आने वाले सालों में दुनिया के के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज में से एक बनेंगे.
भुवी-चहल और हार्दिक का दिन भी रहा खराब
4 सितंबर के मैच के बाद सोशल मीडिया पर अर्शदीप के कैच छूटने पर जो प्रतिक्रिया थी, उसे भी हल्के में नहीं लिया जा सकता और इसमें दिखाई गई घृणा को बयां नहीं किया जा सकता. लोग भूल गये कि कैच छूटने के कुछ ही मिनट बाद अर्शदीप अंतिम ओवर डालने आये और उन्होंने शानदार जज्बा दिखाकर उसी आसिफ को एलबीडब्ल्यू आउट किया. वे भूल गये कि टी20 मैच में अंतिम ओवर में केवल सात रन का ही बचाव करना था जिन्हें बनाना काफी आसान था. लेकिन पाकिस्तान को केवल एक गेंद बाकी रहते जीत मिल सकी. ओछी बातें लिखने वाले भूल गये कि हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल और भुवनेश्वर कुमार के लिए भी दिन अच्छा नहीं रहा था और उनकी गेंदों पर काफी रन गए.
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