IND vs AUS: केएल राहुल टी20 में धीमी बैटिंग पर फंसे तो बोले- कोई परफेक्ट नहीं होता

भारतीय टी20 टीम के उपकप्तान केएल राहुल पिछले कुछ समय से अपनी स्ट्राइक रेट को लेकर आलोचनाओं के घेरे में हैं.

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भारतीय टी20 टीम के उपकप्तान केएल राहुल पिछले कुछ समय से अपनी स्ट्राइक रेट को लेकर आलोचनाओं के घेरे में हैं. इसके चलते उनकी टीम इंडिया में जगह पर भी सवाल उठ रहे हैं. अब केएल राहुल ने इस बारे में जवाब दिया है. उनका कहना है कि वह ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर खुद में सुधार पर काम कर रहे हैं. वे टी20 वर्ल्ड कप 2022 में टीम इंडिया के लिए ज्यादा इम्पेक्ट डालना चाहते हैं. केएल राहुल इस साल चोटों से भी परेशान रहे हैं. उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज से वापसी की थी. फिर एशिया कप 2022 में भी खेले. इस टूर्नामेंट में वे पांच मैच में 132 रन ही बना सके थे.

 

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज से पहले केएल राहुल ने अपनी स्ट्राइक रेट के बारे में कहा कि कोई भी परफेक्ट नहीं होता है. इस पर वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं. टी20 क्रिकेट में भारत के लिए 61 मैचों में केएल राहुल की स्ट्राइक रेट 140.91 की है. लेकिन साल 2021 के बाद से इसमें गिरावट है. पिछले साल उनकी टी20 इंटरनेशनल में स्ट्राइक रेट 130.76 की थी और साल 2022 में यह घटकर 122.22 पर आ गई.

 

'कोई परफेक्ट नहीं होता'
मोहाली में पत्रकारों से बात करते हुए केएल राहुल ने कहा, 'देखिए, निसंदेह प्रत्येक खिलाड़ी इस पर काम करना चाहता है. कोई भी परफेक्ट नहीं होता. सभी किसी ने किसी बात पर मेहनत कर रहे होते हैं, निसंदेह स्ट्राइक रेट ऑवरऑल तरीके से देखी जाती है. आप यह नहीं देखते कि एक बल्लेबाज कब किस स्ट्राइक रेट से खेलता है. कब उसे 200 की स्ट्राइक रेट से खेलना है या कब टीम उसके 120-130 की स्ट्राइक रेट से खेलने के बाद भी जीत सकती है. इन बातों का आकलन कोई नहीं करता.'

उन्होंने आगे कहा, 'हां, मैं इस पर काम कर रहा हूं. पिछले 10-12 महीनों में हरेक खिलाड़ी के रोल तय किए गए हैं और सब इसको लेकर स्पष्ट हैं. सभी इसके लिए काम कर रहे हैं. और मैं इस पर काम कर रहा हूं कि एक ओपनर के तौर पर खुद को कैसे बेहतर बना सकता हूं और कैसे बल्लेबाजी के जरिए टीम के लिए इम्पेक्ट डाल सकता हूं.'

 

कोच-कप्तान को सराहा
केएल राहुल ने बताया कि कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने टीम में ऐसा माहौल बनाया है जहां खिलाड़ी नाकाम होने या गलती होने पर डरते नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'कई बातों की आलोचना हो सकती है. लेकिन एक खिलाड़ी के लिए सबसे जरूरी होता है कि कप्तान, कोच और टीम के साथी उसके बारे में क्या सोचते हैं. केवल हम जानते हैं कि हरेक खिलाड़ी का क्या रोल है. हरेक खिलाड़ी अपना बेस्ट देना चाहता है लेकिन सब सफल नहीं हो सकते.'

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