भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच नागपुर में खेले जाने वाले टेस्ट मैच के पहले दिन टीम इंडिया के धाकड़ ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा हीरो रहे. जडेजा ने अपनी फिरकी के जाल में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को फंसाया और पांच विकेट चटका डाले. इस तरह पांच महीनों बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करके पांच विकेट चटकाने के पीछे जडेजा ने कितनी मेहनत की थी. इसके बारे में मैच के बाद खुलासा किया. जडेजा ने बताया कि कैसे वह अपने रिहैब के दिनों में करीब 11 से 12 घंटे तक गेंदबाजी करके खुद को तैयार कर रहे थे.
ADVERTISEMENT
रणजी मैच से मिली मदद
नागपुर के मैदान में जडेजा ने 22 ओवर के स्पेल में 47 रन देकर 5 विकेट चटकाए. जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम 177 रनों पर सिमट गई. जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ का विकेट भी चटकाया. इस तरह जडेजा ने मैच के बाद अपनी गेंदबाजी के बारे में बताए हुए कहा, "पांच महीने बाद वापसी हुई थी तो मैं अपनी गेंदबाजी का आनंद उठा रहा था. मैने इस दौरान अपनी फिटनेस पर काफी काम किया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से पहले चेन्नई में जो रणजी ट्रॉफी का मैच खेला उससे मुझे काफी मदद मिली. उस मैच से ही मेरा आत्मविश्वास वापस लौटा और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैंने अपनी लाइन एंड लेंथ पर पूरा फोकस किया. कई गेंदे सीधी जा रही थी. जबकि कई गेंद टर्न भी ले रही थी.
12 घंटे तक की गेंदबाजी
जडेजा की बात करें तो पिछले साल 2022 के सितंबर माह के दौरान उनके घुटने में चोट लगी थी. इसके बाद जडेजा के घुटने की सर्जरी हुई और वह आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 से भी बाहर रहे थे. इस तरह पिछले पांच महीनों के समय को याद करते हुए जडेजा ने आगे कहा, "जब मैं बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहैब में था. उस समय मैंने करीब 11 से 12 घंटे तक गेंदबाजी की और अपने आत्मविश्वास को बनाए रखा. अगर आप पांच महीने बाद टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तो यही एक चीज है जिसका होना बहुत जरूरी है. इसलिए जब मैं खेल रहा था तो मेरे दिमाग में मेरी चोट नहीं बल्कि बस मैं अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहा था."
ADVERTISEMENT










