भारतीय महिला क्रिकेट टीम को आगामी वर्ल्ड कप 2025 से पहले अपनी तैयारियों का रियलिटी चैक मिला है. वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के सामने पहले वनडे में टीम इंडिया को आठ विकेट से हार मिली. न्यू चंडीगढ़ में खेले गए मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 281 का स्कोर बनाया. उसकी टॉप ऑर्डर की तीनों बल्लेबाज ने अर्धशतक लगाए लेकिन इसके बाद पारी लड़खड़ा गई. इससे दो विकेट पर 161 रन बनाने के बाद भी कुल स्कोर 281 ही हुआ. इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने फीबी लिचफील्ड (88), बेथ मूनी (77) और एनाबेल सदरलैंड (54) के अर्धशतकों से 44.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया. भारतीय फील्डर्स ने काफी कैच भी छोड़े.
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भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीता और बल्लेबाजी करने का फैसला किया. स्मृति मांधना और प्रतिका रावल ने मिलकर भारत को जबरदस्त शुरुआत दी. दोनों ने अर्धशतक लगाए और पहले विकेट के लिए 114 रन की साझेदारी की. मांधना-प्रतिका ने पांचवीं बार शतकीय साझेदारी की. दोनों अच्छे अंदाज में खेल रही थी लेकिन एक बार फिर से रनिंग दी बिटवीन में सामंजस्य नहीं होने की कीमत चुकानी पड़ी. मांधना छह चौकों व दो छक्कों से 58 रन बनाने के बाद रन आउट हो गई.
कुछ देर बाद प्रतिका भी आउट हो गई. वह छह चौकों से 64 रन बनाने के बाद अलाना किंग की शिकार बनी. इसके बाद हरलीन देओल ही टिक सकी जिन्होंने चार चौकों व दो छक्कों से 54 रन बनाए. बाकी बल्लेबाजों में हरमनप्रीत (11), जेमिमा रॉड्रिग्स (18), ऋचा घोष (25), दीप्ति शर्मा (20) और राधा यादव (19) ज्यादा बड़ी पारियां नहीं खेल सकीं. ऑस्ट्रेलिया की ओर से आठ बॉलर्स आजमाई गईं और मेगन शूट दो विकेट के साथ सबसे सफल रही.
ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड चैंपियन जैसी बैटिंग
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने वर्ल्ड चैंपियन जैसा खेल दिखाया. कप्तान एलिसा हीली (27) और लिचफील्ड ने पहले विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी की. क्रांति गोड ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई. इसके बाद लिचफील्ड ने अनुभवी एलिस पैरी (30) के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियाई पारी को जीत की तरफ बढ़ाया. गर्मी के चलते पैरी को जूझना पड़ा और आखिर में वह रिटायर हो गई. उन्होंने 38 गेंद में तीन चौकों व एक छक्के से 30 रन बनाए. उनके व लिचफील्ड के बीच 79 रन की साझेदारी हुई. पैरी के जाने के बाद भी भारतीय गेंदबाजों को राहत नहीं मिली. लिचफील्ड और मूनी ने मिलकर तेजी से रन जुटाए. इनके बीच दूसरे विकेट के लिए 42 रन की साझेदारी हुई.
लिचफील्ड ने 44 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जो उनके वनडे करियर का छठा पचासा रहा. वह शतक के करीब थी लेकिन स्नेह राणा की गेंद पर अरुंधति रेड्डी को कैच दे बैठी. लिचफील्ड ने 80 गेंद में 14 चौकों से 88 रन बनाए. उनके जाने के बाद मूनी और सदरलैंड ने तीसरे विकेट के लिए 116 रन की अटूट पार्टनरशिप के जरिए ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला दी. मूनी ने नौ चौके लगाए तो सदरलैंड की पारी में छह चौके शामिल रहे.
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