भारत और न्यूजीलैंड की टीमें 9 मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में आमने सामने होगी. दोनों के बीच हाईवोल्टेज मुकाबला दुबई में खेला जाएगा. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम एक और आईसीसी ट्रॉफी जीतने के काफी करीब है. रोहित की अगुआई में भारत ने पिछले साल जून में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था. अब उनकी नजर चैपियंस ट्रॉफी पर है. इस फाइनल का नतीजा उनका फ्यूचर भी तय करेगा. दरअसल रविवार को होने वाले फाइनल का नतीजा वनडे वर्ल्ड कप 2027 और अगले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) चक्र के लिए भारतीय क्रिकेट की तैयारी की नींव बनने की संभावना है. यह कप्तान रोहित शर्मा के भविष्य की दिशा भी तय कर सकता है, क्योंकि बीसीसीआई आने वाले दो सालों की प्लानिंग बनाते समय एक स्थिर नेतृत्व चाहता है.
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टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार सूत्र का कहना है कि चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के बाद कम से कम वनडे और टेस्ट में रोहित की कप्तानी पर कड़ी चर्चा हो सकती है. चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और हेड कोच गौतम गंभीर ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद बोर्ड और रोहित के साथ इस प्रस्ताव पर चर्चा कर चुके हैं. इतना ही नहीं, मीटिंग के दौरान रोहित चैंपियंस ट्रॉफी खत्म होने के बाद टीम के लिए रोडमैप तैयार करने के विचार से भी पीछे नहीं थे. बीसीसीआई के एक सोर्स का कहना है-
रोहित का मानना है कि उनमें अभी भी कुछ क्रिकेट बचा हुआ है. उन्हें आगे की योजनाओं के बारे में बताने के लिए कहा गया है. संन्यास लेना उनका फैसला है, लेकिन कप्तानी जारी रखने के बारे में एक और चर्चा होगी.रोहित खुद समझते हैं कि अगर टीम को वर्ल्ड कप की तैयारी करनी है तो एक स्थिर कप्तान की जरूरत है. कोहली से भी इस बारे में बात हुई है, लेकिन उन्हें लेकर ज्यादा चिंता नहीं है.
इतना ही नहीं, बोर्ड ग्रेड ए प्लस कॉन्ट्रेक्ट को भी रिविजिट करने की प्लानिंग कर रहा है, जिसमें अभी रोहित शर्मा, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह हैं. सोर्स का कहना है कि बोर्ड चैंपियंस ट्रॉफी के बाद रोहित के फैसले का इंतजार करेगा. अगर वह संन्यास लेने का फैसला करते हैं, तो बोर्ड देखेगा कि क्या करना है.
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