आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के हाइब्रिड मॉडल में खेले जाने से टीम इंडिया अपने सभी मुकाबले दुबई के एक ही मैदान में खेल रही है. इस पर ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका जैसे देशों के खिलाड़ी टीम इंडिया को मिलने वाले एडवांटेज पर सवाल खड़े कर चुके हैं. लेकिन टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर ने जहां इसे सिरे से नकार दिया था. वहीं अब टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्म्द शमी ने पूरा सच बता दिया.
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शमी ने खोला बड़ा राज
ऑस्ट्रेलिया के सामने सेमीफाइनल मैच में तीन विकेट लेने के बाद शमी ने कहा,
देखों मेन चीज ये है कि आको कंडीशन के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए.अगर आप पिच के रवैये को जानते हैं तो फिर आप नेट्स में उसी तरह की लेंथ पर गेंदबाजी करके अभ्यास करते हैं. अगर मेरी गेंदबाजी की बात करते हैं तो मैंने विकेट जानने के बाद एक ही वेन्यू पर मैच होने के चलते नेट्स में उससे तरह गेंदबाजी करने का प्रयास किया. जैसी मैच में करनी है. इससे लेंथ पिक करने में मदद मिली. बाकी मैं हमेशा चीजों को काफी सिंपल रखता है.
एक ही वेन्यू पर खेलने से फायदा
वहीं शमी ने आगे टीम इंडिया को दुबई से मिलने वाले एडवांटेज पर कहा,
बेशक आप एक ही जगह पर रहने से पिच के रवैये, कंडीशन और मौसम में खुद को अच्छे से ढाल लेते हैं. जैसे कि ऑस्ट्रेलिया के सामने मैच में मौसम ठंडा था तो उसके अनुसार हमने खुद को ढाला. ये जाहिर तौरपर हमारे लिए प्लस पॉइंट है कि हम एक ही वेन्यू पर मैच खेल रहे हैं.
शमी ने आगे रोहित शर्मा को लेकर कहा,
एक कप्तान हमेशा आपसे विकेट चाहता है, लेकिन एक गेंदबाज के तौर पर मेरी जिम्मेदारी सही एरिया में गेंदबाजी करना है. हमारी टीम में पर्याप्त अनुभव है और रिजल्ट इसे बयां करते हैं. सफेद गेंद वाले क्रिकेट में आपको शुरुआत में बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं होती. असली कौशल तो 30-35 ओवर के बाद आता है, जब खेल की डीमांड बदल जाती है.
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