मोहम्मद शमी वर्ल्ड कप 2023 फाइनल के बाद से भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे हैं. टखने में चोट की वजह से वे खेल से दूर थे लेकिन अब सर्जरी कराकर क्रिकेट मैदान पर लौट चुके हैं. मोहम्मद शमी को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि वे चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं. अभी इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम का सेलेक्शन होना है. इससे पहले मोहम्मद शमी वापसी को लेकर इमोशनल हो गए. उन्होंने एक अखबार से बातचीत करते हुए कहा कि वे बस इतन ही कह सकते हैं कि जिंदगी मुश्किल हो गई है.
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मोहम्मद शमी ने भारतीय टीम में वापसी के बारे में आनंद बाजार पत्रिका से बात करते हुए कहा, 'अगर भगवान की मर्जी रही तो सबकुछ संभव हो जाएगा. खेल से दूर रहना किसी भी खिलाड़ी के लिए हमेशा मुश्किल होता है. खिलाड़ी के लिए खेल ही सब कुछ होता है. खेल नहीं पाना, किसे अच्छा लगता है. मेरे लिए खेल ही जिंदगी है. अगर मैं गेंद नहीं उठा पाऊं तो मैं जिंदगी का आनंद कैसे ले सकता हूं? जिंदगी बहुत मुश्किल हो गई है, मैं इतना ही कह सकता हूं.'
मोहम्मद शमी ने किस मोटिवेशन से किया रिहैब
शमी चोट से उबरने के बाद घरेलू क्रिकेट में बंगाल के लिए खेल रहे हैं. सबसे पहले रणजी ट्रॉफी में खेले, इसके बाद सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी में भी खेले. वे लंबे समय तक बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रिहैब में रहे थे. उनसे जब पूछा गया कि इस दौरान उन्होंने खुद को कैसे मोटिवेट किया तो शमी ने कहा, 'मैं देश के लिए खेलूंगा, इससे ज्यादा किसी को क्या मोटिवेशन चाहिए. मुझे कभी ज्यादा मोटिवेशन की जरूरत नहीं रही. एनसीए में रिहैब के दौरान मैं केवल भारत की जर्सी को देखता था.'
मोहम्मद शमी ने घरेलू क्रिकेट खेलने पर क्या कहा
मोहम्मद शमी वापसी के बाद से बंगाल के लिए 24 विकेट ले चुके हैं. उन्होंने लंबे समय बाद घरेलू क्रिकेट में खेलने के बारे में कहा, 'मैं खेलना चाहता था. घरेलू क्रिकेट में बंगाल के लिए खेलने से मुझे खुशी मिली. इससे मुझे अपने शुरुआती दिनों को फिर से जीने का मौका मिला.'
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