पाकिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से बाहर हो गई है. न्यूजीलैंड और फिर भारत के हाथों हार के बाद मोहम्मद रिजवान की टीम का इस टूर्नामेंट में सफर खत्म हो गया है.टूर्नामेंट में जल्दी सफर खत्म होने पर पाकिस्तानी बल्लेबाज अहमद शहजाद गेंदबाजों की फिटनेस पर भड़क गए.उन्होंने कहा कि गेंदबाजों के पेट बाहर निकले हुए हैं. डबल चिन आ गई है.
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एक जमाने में पाकिस्तान की गेंदबाजी का खौफ रहता है. पाकिस्तान की गेंदबाजी काफी जबरदस्त होती थी. पूर्व भारतीय कोच राहुल ने भी एशिया कप के दौरान पाकिस्तानी गेंदबाजी की तारीफ की थी, मगर अब वही गेंदबाज अपनी लय से भटक गए. नई गेंद अच्छी डालने के बाद मिडिल ओवर में विकेट नहीं निकाल पाते और फिर डेथ ओवर्स में तो पाकिस्तानी गेंदबाजों की काफी पिटाई होने लगी. पाकिस्तानी गेंदबाजों के इस पैटर्न पर शहजाद ने कहा-
एक समय होता है, जब आपकी बॉडी पीक पर होती है, वहां अगर आपको ऐसी टीम ना मिले, जो आपकी परफॉर्मेंस की मदद से परिणाम लेकर आए.फिर उसके बाद ऐसा भी समय आता है, जब आपकी बुरी फॉर्म आती है और आपका खेल नीचे गिरने लग जाता है.शाहीन शाह अफरीदी जब चोटिल हो गए. उन्हें घुटने की चोट लगी, उसके बाद वह अपनी पीक को दुबारा पकड़ नहीं पाए. वह काफी कोशिश कर रहे हैं.उनका शरीर उन्हें इजाजत ही नहीं दे रहा.अब जब वह दाएं हाथ के बल्लेबाज को जोर लगाते हैं तो वह पैर पर चला जाता है. उनके एक्शन में प्रॉब्लम है.
शायद अपने घुटने को बचाने के लिए वह अपने शरीर के डिफरेंट मसल्स का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उनके एक्शन में प्रॉब्लम है. बाएं हाथ के बल्लेबाज को तो वह अभी भी अच्छी गेंद डाल रहे हैं, मगर दाएं हाथ के खिलाफ वो जादूई गेंद पहले की तरह नहीं डाल पा रहे हैं. अब उनकी वह गेंद जगह पर नहीं गिरती.
डेथ ओवर्स में पाकिस्तानी गेंदबाजों के काफी पिटने पर अहमद शहजाद ने कहा-
डेथ ओवर्स में पेस चाहिए, अच्छा स्लो बॉल चाहिए. 50 ओवर के मैच में शरीर थक जाता है. ठंडी हो जाती है. वॉर्म अप करके आए है, तब तो आपने गर्म बॉडी में अच्छी गेंदबाजी कर ली, मगर वनडे में एक बड़ा स्पेस मिल जाता है. आपको अपनी बॉडी को बॉलिंग के लिए जल्दी तैयार करना होता है, मगर बॉडी तैयार होने में समय लेती है. इसी वजह से डेथ में यॉर्कर नहीं लगते.काफी रिवर्स होता है.
उनहोंने कहा कि गेंदबाजों की बॉडी उनका साथ नहीं दे रही.उन्होंने कहा-
ऑस्ट्रेलिया में हारिस रऊफ ने पैचेज में परफॉर्म किया था. ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया, मगर पिछले ढाई साल से उनकी परफॉर्मेंस काफी खराब है. उन्होंने कोई भी मैच विनिंग परफॉर्मेंस नहीं दी. नसीम शाह से भी काफी उम्मीदें थी.ये देखकर काफी दुख होता है कि इस प्लेयर्स की फिटनेस कितनी खराब है.पेट बाहर निकले हुए हैं. डबल चिन हुई है.ये सारी अपनी ही गलतियां है. विराट कोहली की फिटनेस देखो. पिछले मैच में कैसे भाग रहे थे. वो 36 साल के हैं, उनसे तेज कोई नहीं है.
अहमद शहजाद कहना है कि यह सब कुछ हासिल करने के लिए त्याग करना पड़ता है, जहां पाकिस्तानी टीम चूक जाती है. ये सीनियर प्लेयर्स से भी कुछ नहीं सीखते थे.
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