दिन की 600 गेंदों से अभ्यास, 3 घंटे का सफर और एक व्हॉट्सऐप ग्रुप, करुण नायर की कमबैक की कहानी भावुक कर देगी

करुण नायर के कोच विजयकुमार ने खिलाड़ी को हारने नहीं दिया और लगातार 6 महीने कड़ी ट्रेनिंग दी. यही कारण है कि नायर ने पहले डोमेस्टिक में धमाल मचाया और अब टीम इंडिया में सेलेक्ट हो चुके हैं.

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अभ्यास के दौरान करुण नायर

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करुण नायर का भारतीय टीम में चयन हुआ है

लेकिन नायर को तैयार करने में उनके कोच विजयकुमार का बड़ा हाथ है

डोमेस्टिक में अपने बल्ले से रनों का अंबार खड़ा करने वाले करुण नायर की आखिरकार 3000 दिनों बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी हो चुकी है. नायर अब टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड दौरे पर जाएंगे. लेकिन साल 2016 से सेलेक्टर्स ने जिस खिलाड़ी की तरफ ध्यान नहीं दिया, आखिरकार इस दौरान वो क्या कर रहा था और हार न मानने वाले जज्बे के साथ कैसे इस खिलाड़ी की टीम के भीतर वापसी हुई. इसकी कहानी को अगर सुन लेंगे तो भावुक हो जाएंगे. जिस कोच ने नायर को कमबैक के लिए तैयार किया उनका नाम विजयकुमार मड्याल्कर हैं.

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विजय ने कैसे किया करुण को तैयार

टीम इंडिया से बाहर होने वाले करुण नायर सीधे विजयकुमार की एकेडमी में गए और वहां जाकर उन्होंने गुहार लगाया कि वो फिर से अपना करियर बनाना चाहते हैं. करुण ने कोच से कहा कि, मुझे नहीं पता सर क्या करना है लेकिन प्लीज मेरी मदद करो. भारत के लिए तिहरा शतक लगाने वाला बल्लेबाज अगले मौके की तलाश में था. करुण साल 2022 में अपनी डोमेस्टिक टीम कर्नाटक से भी बाहर हो गए थे. तभी उन्होंने एक्स पर लिखा था कि, डियर क्रिकेट, मुझे एक मौका और दे दो. इसके बाद कोच विजयकुमार और एक व्हॉट्सऐप ग्रुप के साथ उनकी तैयारी शुरू हुई. 

व्हॉट्सऐप ग्रुप ने बदली जिंदगी

विजयकुमार और नायर के ट्रेनर ने एक व्हॉट्सऐप ग्रुप बनाया जिसका नाम उन्होंने कमबैक सीजन रखा. इस दौरान विजय, ट्रेनर साई प्रसन्ना और अन्य असिस्टेंट कोच ने मिलकर दो साल तक बिना किसी शोर के खूब मेहनत की. ऐसे में ये मेहनत तब रंग लाई जब नायर ने डोमेस्टिक में बल्ले से आंधी उड़ाई और फिर टीम इंडिया में शामिल हुए. 

नायर को कर्नाटक की टीम से जुलाई 2022 में बाहर कर दिया गया था. लेकिन इसके 14 महीने बाद वो नॉर्थम्प्टनशर में शामिल हुए. नायर एकेडमी के लिए 3 घंटे का सफर करते थे और लगातार ट्रेनिंग करते थे. विजयकुमार ने कहा कि, नायर 3 घंटे का सफर कर एकेडमी पहुंचते थे. वो पूरी तरह टूट चुके थे. वो वापस अपनी स्किल्स पर काम कर रहे थे. 6 महीने तक उन्होंने ऐसे ही अभ्यास किया. एकेडमी में एक दिन में 600 गेंदों का सामना करते थे. 2018 से टीम इंडिया से बाहर होने वाले नायर ने नॉर्थम्प्टनशर के लिए पहले मैच में 150 रन ठोके. इसके बाद डोमेस्टिक में उन्होंने 33 पारी में 1553 रन बनाए. रणजी में 883 रन ठोके और विदर्भ को चैंपियन बनाया. नायर ने विजय हजारे में भी 5 शतक की मदद से 779 रन ठोके. फाइनल में उन्होंने केरल के खिलाफ शतक भी ठोका था. नायर ने 10 किलो वजन भी घटाया और खूब पसीने बहाए. यही कारण है कि नायर की टीम इंडिया में वापसी हुई है. नायर के कोच विजयकुमार का यही सपना है कि नायर इंग्लैंड दौरे पर सबसे पहले शतक लगाए. 

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