भारत ने इंग्लैंड को 5वें और आखिरी टी20 मुकाबले में 150 रन से हराकर सीरीज पर 4-1 से कब्जा कर लिया. इस दौरान फील्डिंग मेडल एक ऐसे खिलाड़ी को दिया गया जो अंत में सब्स्टीट्यूट फील्डर के तौर पर मैदान पर आया था. हम यहां ध्रुव जुरेल की बात कर रहे हैं. टीम इंडिया के फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने सूर्यकुमार यादव को कहा कि वो ये मेडल ध्रुव जुरेल को दें. उन्होंने टीम की भी तारीफ की और कहा कि हर खिलाड़ी ने आखिरी टी20 में कमाल का प्रदर्शन किया है.
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खिलाड़ियों को मिला स्पेशल मैसेज
श्रीधर ने मैच के बाद कहा कि, सभी ने शानदार खेल दिखाया. जब फील्डिंग की बात आती है तो मुझे लगता है कि हर टीम आक्रामक होने की कोशिश करती है. इस सीरीज में भी ऐसा ही हुआ. फील्डिंग कोई स्किल नहीं है. ये एक एटीट्यूड है. जब आप मैदान पर रहते हो तो आपको पता नहीं होता है कि आपके पास किती गेंदें आएंगी. हम इसे कंट्रोल नहीं कर सकते हैं. लेकिन हम ये जरूर कंट्रोल कर सकते हैं कि हमें उस दौरान कितनी कोशिश करनी है.
जुरेल ने जीता बेस्ट फील्डर मेडल
श्रीधर ने आगे कहा कि हमें पूरी सीरीज के दौरान अलग अलग चैलेंज मिले. चाहे ओस हो या बड़ा आउटफील्ड. चाहे तेज आउटफील्ड हो या लाइट्स. जो भी हमारे सामने आया हमने उसमें टॉप किया. कोच ने यहां वरुण चक्रवर्ती का भी स्पेशल जिक्र किया और कहा कि उन्होंने फील्डिंग में काफी जोर डाला है.बता दें कि वरुण को प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड मिला. 5 मैचों की टी20 सीरीज में वो सबसे ज्यादा 14 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने. 5 मैचों में उनकी औसत 9.86 की रही, वहीं उनकी इकॉनमी 7.67 की रही.
बता दें कि अंत में भारतीय कप्तान ने ध्रुव जुरेल को मेडल दिया. इस खिलाड़ी ने मैदान पर सब्स्टीट्यूट फील्डर के तौर पर कमाल का प्रदर्शन किया. जुरेल उस वक्त मैदान पर आए जब संजू सैमसन को बैटिंग के दौरान चोट लग गया था. हालांकि बल्ले के साथ जुरेल का प्रदर्शन ज्यादा शानदार नहीं रहा. लेकिन उन्होंने फील्डिंग में कमाल दिखाया.
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