दादा ने जीता ओलिंपिक गोल्‍ड, अब 19 साल के इस लड़के ने बनाया भारत को वर्ल्‍ड चैंपियन, यंगिस्‍तान का बना 'युवराज सिंह'

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नई दिल्ली। वेस्टइंडीज (West Indies) में अंडर-19 टीम इंडिया (Team India) ने इंग्लैंड (England) को फाइनल में मात देते हुए रिकॉर्ड 5वीं बार आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप (ICC Under 19 World Cup) में कब्जा जमा लिया. जिसमें भारत की तरफ से गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में हीरो रहे 19 साल के राज बावा (Raj Bawa) ने सभी फैंस का दिल जीत लिया. हिमाचल प्रदेश से आने वाले राज भारत के पूर्व स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के कोच सुखविंदर सिंह के बटे हैं और उन्होंने फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के 5 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाकर न सिर्फ गेंदबाजी से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया बल्कि उसके बाद भारत के लिए 35 रनों की पारी खेलत टीम को खिताबी मुकाबले में जीत भी दिलाई. इस तरह गेंद और बल्ले दोनों से धमाल मचाने वाले अब इस खिलाड़ी को भारत के भविष्य यानि यंगिस्‍तान का 'युवराज सिंह' कहा जा रहा है क्योंकि राज वनडे क्रिकेट में युवराज की तरह ही बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं. इसके अलावा राज दाएं हाथ से तेज गेंदबाजी भी करते हैं.

 

राज ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड 
सर विवियन रिचर्ड्स मैदान में खेले जाने वाले खिताबी मुकाबले में राज ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पैर नहीं जमाने दिए और कहर बरपाती गेंदबाजी से 9.5 ओवर में 31 रन देकर 5 विकेट ले डाले. जिसके साथ ही किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल मैच में 5 विकेट लेने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज भी बन गए हैं. जबकि अंडर-19 वर्ल्ड कप की बात करें तो फाइनल मैच में 5 विकेट लेने के साथ उन्होंने पाकिस्तान के अनवर अली के 16 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला है. अनवर अली ने साल 2006 के आईसीसी अंडर-19 विश्व कप फाइनल में भारत के खिलाफ 35 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे. जिसके चलते अब अंडर-19 क्रिकेट के फाइनल मैच में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी करने का उन्होंने रिकॉर्ड राज के नाम दर्ज हो गया है.

 

गेंद और बल्ले से राज का ऐसा रहा प्रदर्शन 
राज के पांच और रवि कुमार के चार विकटों के चलते इंग्लैंड की बल्लेबाजी महज 189 रनों पर सिमट गई. जिसका पीछा करते हुए भारत ने आसानी से विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया और खिताब पर कब्जा जमाया. इस तरह टूर्नामेंट में राज के बल्ले से जहां कुल 252 रन निकले तो गेंदबाजी में उन्होंने 6 मैच में 9 विकेट चटका डाले. इतना ही नहीं राज ने युगांडा के खिलाफ 162 रन की पारी खेलने के साथ शिखर धवन का रिकॉर्ड तोडा था. अब वह अंडर-19 वर्ल्ड कप में सबसे अधिक रनों की पारी खेलने वाले बल्लेबाज भी हैं.

 

राज के दादा हैं ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट
राज के दादा त्रलोचन बावा साल 1948 में लंदन ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे, जबकि राज के पिता सुखविंदर सिंह ने क्रिकेट और हॉकी दोनों खेलों में हाथ आजमाया. इतना ही नहीं राज के पिता भारत के पूर्व स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह के बचपन के कोच भी हैं. अपने उम्र के वर्ग में घरेलू क्रिकेट में धमाल मचाने के बाद राज का चयन अंडर-19 वर्ल्ड कप की टीम में हुआ था. राज दायें हाथ से गेंदबाजी तो बाएं हाथ से धमाकेदार बल्लेबाजी भी करते हैं. 

 

राज के आदर्श हैं युवराज 
बता दें कि दाएं हाथ से गेंदबाजी करने वाले राज बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और उनके रोल मॉडल भारत के पूर्व स्टार क्रिकेटर और साल 2000 अंडर-19 वर्ल्ड कप के विकेट खिलाड़ी युवराज सिंह हैं. युवराज की तरह राज भी 132 नंबर की जर्सी पहनते हैं. साल 2000 में मोहम्मद कैफ वाली अंडर-19 टीम इंडिया ने जब ख़िताब पर कब्जा किया था तो युवराज सिंह ने भी गेंद और बल्ले से कमाल मचाया था. युवराज ने 203 रन बनाकर 12 विकेट चटकाए थे. जिसके चलते उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था. इस तरह उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए राज भी भारत के यंगिस्तान के युवराज नजर आ रहे हैं. 

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