KL Rahul Video: केएल राहुल ने बैटिंग पॉजीशन के सवाल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में ले ली मौज, पत्रकारों ने लगाए ठहाके

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में होने वाले दूसरे टेस्ट में केएल राहुल की बैटिंग पॉजीशन को लेकर काफी असमंजस है. उन्होंने पर्थ टेस्ट में ओपनिंग की थी क्योंकि तब रोहित शर्मा उपलब्ध नहीं थे.

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केएल राहुल

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केएल राहुल ने पर्थ टेस्ट में ओपनिंग की थी.

पर्थ टेस्ट में केएल राहुल ने 26 और 77 रन की पारियां खेली थी.

केएल राहुल कुछ समय से मिडिल ऑर्डर में बैटिंग कर रहे थे.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में होने वाले दूसरे टेस्ट में केएल राहुल की बैटिंग पॉजीशन को लेकर काफी असमंजस है. उन्होंने पर्थ टेस्ट में ओपनिंग की थी क्योंकि तब रोहित शर्मा उपलब्ध नहीं थे. अब वे आ चुके हैं तो केएल राहुल कहां खेलेंगे, यह सवाल सबके मन में है. एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट से दो दिन पहले केएल राहुल प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और उनसे यह सवाल किया गया और इस पर उन्होंने मजेदार जवाब दिया. इसे सुनकर सभी पत्रकार हंसने लगे. भारतीय बल्लेबाज से पूछा गया था कि वे कौनसी बैटिंग पॉजीशन पर उतरेंगे क्या इस पर उन्हें जानकारी है. राहुल ने कहा, 'मुझसे कहा गया है लेकिन मुझे यह भी कहा गया है कि आज इस बारे में नहीं बताना है.' यह सुनकर सब हंसने लगे.

राहुल से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगातार बैटिंग पॉजीशन को लेकर सवाल किए गए. उन्होंने कहा कि उनके लिए खेलना जरूरी है न कि वे किस जगह उतरते हैं. उन्होंने कहा, 'मैं कहीं भी खेल सकता हूं. मैं बस प्लेइंग इलेवन में रहना चाहता हूं इसका मतलब है कि कहीं भी खेल लूं. आप वहां जाकर टीम के लिए खेलना चाहते हैं. राहुल ने पहले टेस्ट में ओपन करते हुए 26 और 77 रन की पारियां खेली थी. इस दौरान वे अच्छी फॉर्म में नज़र आए थे.'

राहुल ने बैटिंग पॉजीशन बदलने पर क्या कहा

 

राहुल ने ऑस्ट्रेलिया में अपना टेस्ट करियर मिडिल ऑर्डर में खेलते हुए ही शुरू किया था. बाद में वे ओपन करने लगे थे. पिछले कुछ सालों से वे जरूरत के हिसाब से टेस्ट व वनडे दोनों फॉर्मेट में टॉप व मिडिल ऑर्डर में खेलते रहे हैं. इस बारे में उन्होंने कहा, 'मैं कई पॉजीशन पर खेला हूं. पहले यह मानसिक रूप से चुनौती थी कि आप पहली 20-25 गेंदों को कैसे खेलते हैं. कब अटैक करना है, कितना सावधान रहना है, शुरू में इनको लेकर मुश्किल होती थी. लेकिन अब मैं टेस्ट और वनडे में सब जगह खेला हूं. इससे मुझे आइडिया हो गया है कि किस तरह से अपनी पारी को संभालना है. अब मैं ऊपर जाऊं या मिडिल ऑर्डर में आऊं, अगर मैंने पहली 30-40 गेंद को संभाल लिया तो फिर पूरी बैटिंग सामान्य हो जाती है. मेरा इसी पर ध्यान रहता है.'

राहुल अभी तक 54 टेस्ट खेल चुके हैं और 3000 से ऊपर रन बना चुके हैं. उनके नाम साउथ अफ्रीका व इंग्लैंड में दो-दो और ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट शतक है. 

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