नीतीश कुमार रेड्डी जब 99 रन पर बैटिंग कर रहे थे तब कैमरे की भी नजर उनके पिता पर थी जो स्टैंड्स में बैठकर अपने बेटे के शतक के लिए भगवान से दुआ मांग रहे थे. इस दौरान उनकी दुआ कबूल हुई और नीतीश रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला शतक ठोका और वो भी बॉक्सिंग डे टेस्ट में. नीतीश ने ऐसे वक्त में शतक ठोका जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. नीतीश पहले भी भारत के लिए लिमिटेड ओवर क्रिकेट में डेब्यू कर चुके हैं.
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बेटे से मिलने होटल पहुंचा परिवार
नीतीश रेड्डी के शतक के बाद उनका परिवार उनसे मिलने के लिए होटल पहुंचा. इस दौरान उनकी मां, बहन और उनके पिता उनसे मिला. ऐसे में नीतीश ने जैसे ही अपने पिता को गले लगाया उनके पिता भावुक हो गए और रोने लगे. नीतीश के पिता ने बाद में कहा कि यहां तक पहुंचने के लिए हमने काफी ज्यादा संघर्ष किया है. मेरे बेटे ने आज बहुत अच्छा खेला और मुझे उसपर काफी ज्यादा गर्व है. हम भारतीय टीम का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं.
ब्रॉडकास्टर्स से क्या बोले पिता
रेड्डी के शतक पर उनके पिता काफी इमोशनल हो गए. इसके बाद उन्होंने उन्होंने ब्रॉडकास्टर से बात की. ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट से बात करते हुए रेड्डी के पिता ने कहा कि, हमारे परिवार के लिए यह एक खास दिन है और हम इस दिन को अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूल सकते. वह 14-15 साल की उम्र से ही अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और अब इंटरनेशनल क्रिकेट में, ये एक बहुत ही खास एहसास है.
नीतीश जब 99 रन पर थे और एक ही विकेट बचा था, उस वक्त मन में क्या चल रहा था, इस पर बात करते हुए रेड्डी के पिता ने कहा कि, मैं बहुत तनाव में था. केवल आखिरी विकेट बचा था. शुक्र है कि सिराज बच गए.
नीतीश रेड्डी ऑस्ट्रेलिया में नंबर 8 या उससे नीचे के क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के मेहमान बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने 21 साल 214 दिन की उम्र ये कमाल किया. वे मेलबर्न में शतक लगाने वाले 9वें भारतीय बल्लेबाज भी बन गए हैं. नीतीश कुमार रेड्डी 105 रन पर नॉटआउट हैं. उन्होंने वाशिंगटन सुंदर के साथ 127 रन की मजबूत पार्टनरशिप करके टीम को संकट से बाहर निकाला. सुंदर ने 162 गेंदों में 50 रन बनाए.
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