'विराट कोहली नई गेंद खेलने के लिए नहीं बने', चेतेश्वर पुजारा ने बल्लेबाज की तकनीक पर उठाए सवाल, कहा- इतने ओवर हो जाएं तब बैटिंग पर आओ

चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि विराट कोहली की तकनीक नई गेंद के लिए नहीं बनी है. विराट को बैटिंग के लिए 10-20 ओवरों बाद आना चाहिए.

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Neeraj Singh

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आउट होने के बाद निराश होकर मैदान से बाहर जाते विराट कोहली

Story Highlights:

विराट कोहली एक बार फिर फेल हुए

कोहली सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हो गए

पुजारा ने कहा कि कोहली की तकनीक नई गेंद के लिए नहीं बनी है

टीम इंडिया के स्टार स्पेशलिस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने विराट कोहली के फ्लॉप प्रदर्शन पर बड़ा बयान दिया है. विराट कोहली एक बार फिर सस्ते में अपना विकेट दे बैठे और कोहली उसी तरह आउट हुए जिस तरह वो पहले आउट होते आए हैं. ऐसे में पुजारा ने विराट कोहली की तकनीक पर सवाल किए हैं और कहा है कि वो नई गेंद खेलने के लिए नहीं बने हैं. गाबा टेस्ट के तीसरे दिन विराट कोहली सिर्फ तीन रन बनाकर आउट हो गए जिसका नतीजा ये रहा कि दिन खत्म होने तक टीम ने 51 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे. 

विराट नई गेंद खेलने के लिए नहीं बने: पुजारा


ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इस मैच पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली है. कंगारुओं ने पहली पारी में 445 रन ठोके हैं. ऐसे में स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान पुजारा ने कहा कि

हम इसी बात पर बहस कर रहे हैं कि उन्हें नई गेंद खेलने को मिल रही है. लेकिन वो जब भी नई गेंद का सामना कर रहे हैं वो आउट हो रहे हैं. पर्थ में उन्होंने पुरानी गेंद खेली और उन्होंने शतक ठोका. ऐसे में ये एक बड़ा पाइंट है. 

कोहली को 10-20 ओवर बाद बल्लेबाजी के लिए आना चाहिए 


पुजारा ने आगे कहा कि 

उनकी तकनीक नई गेंद के लिए नहीं बनी है. उन्हें 10-20 ओवर बाद बैटिंग करने के लिए आना चाहिए. अगर वो नई गेंद खेलते हैं तो गेंदबाज फ्रेश होता है और उसका आत्मविश्वास भी काफी ऊंचा होता है. वहीं जब उसे दो विकेट मिल जाते हैं तो पूरी टीम चार्ज- अप हो जाती है. ऐसे में जब आप बैटिंग के लिए आते हैं तो ये आसान नहीं होता. 

बता दें कि विराट कोहली ने पहले टेस्ट में शतक ठोका था. इसके बाद केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल के बीच 201 रन की साझेदारी हुई थी. लेकिन शतक के बाद अब तक तीन पारियां हो चुकी हैं और विराट पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं. 

चेतेश्वर पुजारा ने विराट कोहली को लेकर आगे कहा कि

जब गेंदबाजी एक ही एरिया में होती है जैसे चौथी और छठी स्टम्प पर और आप आउट हो जाते हैं तो ये अच्छी बात नहीं है. उन्हें पता है वो क्या कर रहे हैं. हमने नेट सेशन में देखा था वो गेंद छोड़ रहे थे लेकिन मैच में वो ऐसा नहीं कर पाए. मैच में वो गेंद छोड़ना चाहते थे लेकिन किसी तरह बल्ला हटा नहीं पाए. उन्हें खुद को रोकना होगा. उन्हें अपना माइंडसेट बदलना होगा. टेक्निकल पार्ट ये है कि आपको ऑफ स्टम्प की गेंद छोड़नी होगी. ये कोई बड़ी चीज नहीं लेकिन आपको इसके लिए मानसिक तौर पर मजबूत होना होगा.

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