इंग्लैंड क्रिकेट टीम जून के महीने से टेस्ट सीरीज खेलने वाली हैं. इसके तहत सबसे पहले जिम्बाब्वे से एक टेस्ट होगा और फिर भारत के साथ पांच मैच की सीरीज है. इससे पहले इंग्लिश टीम पेस बॉलर्स की कमी से जूझ रही है. जेम्स एंडरसन व स्टुअर्ट ब्रॉड रिटायर हो चुके हैं और ब्रायडन कार्स, क्रिस वॉक्स, मार्क वुडस ऑली स्टोन जैसे नाम चोटिल चल रहे हैं. ऐसे में कप्तान बेन स्टोक्स और मुख्य कोच ब्रेंडन मैक्कलम नए चेहरों को आजमाने पर जोर दे रहे हैं. इस कड़ी में पिछले साल गस एटकिंसन, कार्स और जॉश हल को डेब्यू कराया था. अब एक और तेज गेंदबाज को आजमाने पर काम हो रहा है. इसके तहत काउंटी चैंपियनशिप में एसेक्स के लिए खेलने वाले सैम कुक को तैयार किया जा रहा है.
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27 साल के इस गेंदबाज का कमाल का रिकॉर्ड है. उन्होंने 88 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिनमें 19.77 की औसत से 301 विकेट लिए हैं. कुक को जिम्बाब्वे के खिलाफ मई में होने वाले इकलौते टेस्ट के लिए इंग्लिश टीम में जगह दी जा सकती है. इसके लिए उन्हें एसेक्स के काउंटी चैंपियनशिप के दूसरे राउंड के मुकाबले के लिए आराम दिया गया है. इंग्लैंड टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की ने कहा था कि अभी भी क्रिस वॉक्स या कुक जैसी स्पीड वाले बॉलर के लिए जगह है. उनके होने पर ही बॉलिंग आक्रमण संतुलित होगा.
कुक पिछले साल भी थे टेस्ट की रेस में
कुक ने इस सीजन के पहले मुकाबले में नॉटिंघमशर के खिलाफ मुकाबले में पहली पारी में 44 रन देकर चार विकेट लिए थे. इस दौरान उन्होंने 25 ओवर फेंके थे. समझा जाता है कि इंग्लिश बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया से आए डेन वॉरेल पर उन्हें तवज्जों दी है. वॉरेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए तीन वनडे खेले थे और अभी वह सर्रे के लिए खेल रहे हैं. वे इंग्लैंड के लिए खेलने को क्वालीफाई कर चुके हैं. कुक पिछले साल भी इंग्लिश टीम के लिए डेब्यू की कतार में थे. मगर मौका नहीं मिल सका. उनके पास अभी इंग्लिश बोर्ड का कॉन्ट्रेक्ट नहीं है.
इंग्लैंड को इस साल भारत के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी जाना है. नवंबर से जनवरी के बीच पांच टेस्ट की एशेज सीरीज खेली जाएगी.
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