जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट मैच में भारत के लिए अपने शानदार प्रदर्शन के बाद आलोचकों पर निशाना साधा. उन्होंने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले मैच में इंग्लैंड की पहली पारी में पांच विकेट लिए.बुमराह ने 83 रन देकर 5 विकेट चटकाए और फिर इस प्रदर्शन के बाद अपने आलोचकों को जमकर सुनाया. दरअसल वह कुछ समय पहले चोट से जूझ रहे थे. चोट की वजह से बुमराह चैंपियन ट्रॉफी से भी बाहर हो गए थे. जिसके बाद उनके करियर को लेकर काफी अटकले लगाई जाने लगी थी.
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इन अटकलों के बारे में पूछे जाने पर बुमराह ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमोशनल जवाब दिया और कहा कि पिछले एक दशक से लोग उनसे कह रहे हैं कि उनका करियर जल्द ही खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा-
लोग जो लिखते हैं, वो तो मेरे हाथ में नहीं है.मैं किसी को सीख देने की कोशिश तो नहीं कर रहा कि मेरे बारे में मैं ऐसे लिखो.हर कोई जो चाहे लिखने के लिए स्वतंत्र है.मैं समझता हूं कि हमारे देश में क्रिकेट बहुत पॉपुलर है.मैं समझता हूं कि मेरे नाम से दर्शकों की संख्या बढ़ेगी.मैं समझता हूं, लेकिन दिन के अंत में इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
अगर वो बात मेरे दिमाग में आएगी तो मैं विश्वास करने लगूंगा.मैं चाहता हूं कि मैं जो विश्वास करता हूं वो चीज डिक्टेट करेगी. कोई और जो चाहता है कि मुझे वैसे खेलना चाहिए, मैं वैसा नहीं हूं.मुझे हमेशा से भारत के लिए खेलना था.मैं अपने विश्वास पर आया हूं.हर फॉर्मेट अपने विश्वास पर खेला हूं.मेरे को लोगो ने सिर्फ ना ही बोला है.'6 महीने खेलोगे, 8 महीने खेलोगे.गिनते गिनते इंटरनेशनल क्रिकेट में मेरे 10 साल पूरे होने को आये हैं.आईपीएल 12-13 साल से खेल रहा हूं.इंतजार करते रहो. मैं नहीं सोचने वाला उस चीज के बारे में.मैं अपना काम करता रहूंगा.हर 3-4 महीने में आ जाएगा 'अब जाएगा,अब जाएगा.जब तक भगवान ने लिखा है तब तक खेलूंगा.अपनी सबसे अच्छा तैयारी करता हूं,फिर मैं भगवान पर छोड़ देता हूं.
बुमराह ने 2016 में वनडे और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, जबकि 2018 में उन्हें टेस्ट में कदम रखा था. उन्होंने इन सालों में खुद को दुनिया के ऑल फॉर्मेट सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों के रूप में खुद को स्थापित किया.
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