IND VS ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में टीम इंडिया को करारी हार का सामना करना पड़ा. भारत ने 5 विकेट से मैच गंवा दिया. हार के लिए खराब फील्डिंग और गेंदबाजी को जिम्मेदार ठहराया गया. हालांकि टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने गेंदबाजों का बचाव किया और कहा कि बुमराह और सिराज के अलावा किसी के पास ज्यादा अनुभव नहीं. समय के साथ सब बेहतर हो जाएंगे.
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गंभीर ने यहां शार्दुल ठाकुर का भी बचाव किया क्योंकि शार्दुल से मैच में ज्यादा गेंदबाजी नहीं कराई गई. दिसंबर 2023 के बाद से अपना पहला टेस्ट खेल रहे शार्दुल का तेज गेंदबाजी में अच्छा इस्तेमाल नहीं हुआ और उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से भी टीम को निराश किया. उन्होंने दो पारियों में 20 गेंदों पर कुल पांच रन बनाए. शार्दुल ने मैच की पहली पारी में सिर्फ छह ओवर और दूसरी पारी में 10 ओवर गेंदबाजी की. ऐसे में विशेषज्ञ गेंदबाज की जगह उन्हें तरजीह देने पर सवाल उठ रहे हैं. शार्दुल ने मैच के पांचवें दिन हालांकि लगातार दो विकेट लेकर भारत की जीत की उम्मीदें जगा दी थी लेकिन उनकी गेंदबाजी में धार और पैनापन नहीं था. उन्होंने और प्रसिद्ध कृष्णा ने बहुत सारी कमजोर गेंदें फेंकी, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना.
कुलदीप को लाओ टीम में: वेंगसरकर
इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने पीटीआई से कहा, ‘‘कुलदीप को टीम में होना चाहिए. चार तेज गेंदबाजों के साथ खेलने का कोई मतलब नहीं है. शार्दुल या प्रसिद्ध में से कोई भी उनके लिए जगह बना सकता है.’’ इंग्लैंड में टीमें अकसर चार तेज गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरते रहीं हैं लेकिन मौजूदा समय में मौसम को देखते हुए कुलदीप और रवींद्र जडेजा दोनों अंतिम एकादश में जगह बना सकते हैं. जडेजा की गेंदबाजी पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि वह स्पिनरों की मददगार पांचवें दिन की पिच पर ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ सके. पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने ‘जियोस्टार’ से कहा, ‘‘ ‘‘कुलदीप यादव को वापस आना होगा. मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है, लेकिन शार्दुल ठाकुर को बाहर जाना होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बदलाव है जो भारत को करना होगा. जहां तक नीतीश कुमार रेड्डी का सवाल है तो मैंने पहले टेस्ट के लिए उनका समर्थन इस आधार पर किया था कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन किया था.’’ मांजरेकर ने कहा, ‘‘लेकिन वह पर्याप्त विकल्प प्रदान नहीं करता है. वह टीम में चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका में पूरी तरह से खरा नहीं उतर पाएगा इसलिए भारतीय टीम प्रबंधन को कड़ा फैसला लेना होगा. इसके लिए मैं एक तेज गेंदबाज कम रखूंगा और कुलदीप को प्लेइंग 11 में शामिल करूंगा. उसे खेलना ही होगा.’’
क्यों हुआ शार्दुल का कम इस्तेमाल?
हेडिंग्ले में इंग्लैंड के 371 रन के रिकार्ड लक्ष्य का पीछा करने के बाद गंभीर से शार्दुल के कम इस्तेमाल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस मामले में कप्तान (शुभमन गिल) का समर्थन किया. उन्होंने कहा, ‘‘ कप्तान कभी-कभी अपनी अंतरात्मा की सोच के अनुसार काम करता है और जडेजा ने पहली पारी में हमें नियंत्रण ( रन गति को कम कर) दिया था. इससे हम दूसरे छोर पर अपने तीन तेज गेंदबाजों से गेंदबाजी करा सकते थे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि शार्दुल का कौशल क्या है और इसलिए वह भारत के लिए खेल रहे हैं. वह चौथे तेज गेंदबाज हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें स्पिनर से पहले गेंदबाजी का मौका दिया जाना चाहिए. एक कप्तान अपनी सोच के अनुसार फैसले लेता है और यह फैसला काफी हद तक पिच की स्थिति पर आधारित होता है.’’
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