हार्दिक पंड्या की कप्तानी में न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के खिलाफ टी20 सीरीज में टीम इंडिया ने जीत हासिल की थी. मगर तीन मैचों की वनडे सीरीज के दो मैच बारिश से धुलने के चलते शिखर धवन की कप्तानी वाली टीम इंडिया को 0-1 से हार का सामना करना पड़ा. इस तरह न्यूजीलैंड दौरे पर टीम की प्लेइंग इलेवन में संजू सैमसन को ना चुनने को लेकर शिखर धवन ने बड़ा बयान दे डाला है. सीरीज का तीसरा और अंतिम वनडे मैच रद्द होने के बाद धवन ने संजू सैमसन को लेकर कहा कि पंत हमारे लिए मैच विनर है और संजू को अभी इंतजार करना पड़ सकता है.
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धवन ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "निश्चित रूप से, संजू सैमसन को जो भी अवसर मिला है, वह वास्तव में अच्छा कर रहा है. लेकिन कभी-कभी आपको अपने मौके का इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि दूसरे खिलाड़ी ने अच्छा किया है और हम उसे (पंत को) कौशल के आधार पर जानते हैं कि वह मैच विजेता है. इसलिए जब वह अच्छा नहीं कर रहा होता है तो आपको उसका समर्थन करने की जरूरत होती है. कुल मिलाकर आपको बड़ी तस्वीर देखनी होगी कि आपका मैच विजेता कौन होगा. आप विश्लेषण करते हैं और आपके फैसले उसी पर आधारित होते हैं."
बता दें कि पंत ने सीमित ओवरों (टी20 अंतरराष्ट्रीय और वनडे) के प्रारूपों में अपनी पिछली नौ पारियों में 10, 15, 11, छह, छह तीन, नौ, नौ और 27 रन बनाए है. सैमसन ने इस दौरान साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज के बाद इस दौरे पर ऑकलैंड में खेले गए पहले वनडे में 36 रन का योगदान दिया. जबकि उसके बाद दोनो वनडे में उन्हें मौका नहीं मिला.
भारत के पास ज्यादा टैलेंटेड खिलाड़ी
वहीं धवन के साथ इस मौके पर न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन भी मौजूद थे और उन्होंने कहा कि कौशल से भरी भारतीय टीम के खिलाफ जीत दर्ज करना हमेशा चुनौती भरा रहा है. विलियमसन ने कहा, ‘‘भारतीय टीम के पास इतनी प्रतिभा है कि कभी-कभी आपके सामने चुनौतियां होती हैं कि किस विकल्प को आजमाए. यह (प्लेइंग इलेवन का चयन) कभी-कभी कठिन होता है, यह एक चुनौती है, लेकिन यह उन चीजों में से एक है जो कप्तान के तौर पर आपको फैसला करना होता है. आप एक सामूहिक इकाई के रूप में आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं.’’
भारतीय टीम के इस दौरे के छह में से चार मैचों का नतीजा बारिश के कारण नहीं निकला और विलियमसन ने इसे परेशान करने वाला करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘यह परेशान करने वाला है. हम बारिश को नियंत्रित नहीं कर सकते. लेकिन हां, हमें मौके मिले, अपनी खामियों पर चर्चा करने का मौका मिला, जहां हम सुधार कर सकते हैं. हम उस सब पर चर्चा करते हैं और विश्लेषण करते हैं.’’
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