IND vs SA: सेंचुरियन का किला फतह, भारत ने साउथ अफ्रीका को 113 रन से हराकर रचा इतिहास

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सेंचुरियन. भारतीय टीम ने आखिरकार इतिहास बदल दिया. इतिहास सेंचुरियन के किले पर कभी कब्‍जा न कर पाने का. इतिहास साउथ अफ्रीकी जमीन पर टेस्‍ट सीरीज का आगाज जीत से न कर पाने का. टीम इंडिया ने गुरुवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेला गया पहला टेस्‍ट 113 रनों से अपने नाम कर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की अहम बढ़त हासिल कर ली. मैच के पांचवें दिन धारदार गेंदबाजी के सामने दक्षिण अफ्रीकी टीम 305 रनों के लक्ष्‍य का पीछा करते हुए 191 रनों पर ढेर हो गई. सेंचुरियन के मैदान पर ये भारतीय टीम की तीन कोशिशों में पहली जीत है. वहीं ये टीम इंडिया के पिछले सभी दौरों में पहली बार है जब भारत ने सीरीज के पहले ही टेस्‍ट में जीत हासिल की है. साउथ अफ्रीकी जमीन पर ये टीम इंडिया की चौथी जीत है. इससे पहले टीम ने साल 2006 में जोहानिसबर्ग में 123 रन, साल 2010 में डरबन में 87 रन और साल 2018 में जोहानिसबर्ग में 63 रन से जीत हासिल की थी. 

 

एल्‍गर और डी कॉक के आउट होते ही तय हो गई थी भारत की जीत
भारत ने दिन के खेल की शुरुआत जब की तो साउथ अफ्रीका के चार विकेट पर 94 रन थे. इसके बाद पांचवीं सफलता के लिए भारत को थोड़ा इंतजार करना पड़ा क्‍योंकि साउथ अफ्रीकी बल्‍लेबाजों टेम्‍बा बावुमा और डीन एल्‍गर ने 36 रन की साझेदारी कर ली थी. यहीं पर जसप्रीत बुमराह ने एल्‍गर को एलबीडब्‍ल्‍यू आउट कर टीम इंडिया के लिए जीत की खिड़की खोल दी. एल्‍गर ने 156 गेंदों पर 77 रन बनाए. तब मेजबान टीम का स्‍कोर 130 रन था. इसके बाद 31 रन की साझेदारी कर बावुमा और क्विंटन डी कॉक ने टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन डी कॉक को मोहम्‍मद सिराज ने बोल्‍ड कर इस साझेदारी का अंत कर दिया. साउथ अफ्रीका के 6 विकेट 161 रनों पर गिर चुके थे. 

 

लंच के बाद 12 गेंदों में खेल खत्‍म 
इसके बाद टेम्‍बा बावुमा ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा. सातवां झटका भी टीम को 164 के कुल स्‍कोर पर लग गया जब वियान मल्‍डर को मोहम्‍मद शमी ने विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया. इसके बाद जल्‍द ही लंच हो गया जहां साउथ अफ्रीका का स्‍कोर 7 विकेट पर 182 रन था. तब बावुमा के साथ मार्के जानसेन खेल रहे थे. लंच के बाद सिर्फ 12 गेंदों में साउथ अफ्रीकी पारी सिमट गई. पहले शमी ने जानसेन को पंत के हाथों कैच कराया और फिर उसके बाद रविचंद्रन अश्विन ने लगातार गेंदों पर कगिसो रबाडा और लुंगी एन्गिडी को आउट कर टीम इंडिया और उसके प्रशंसकों के चेहरों पर मुस्‍कुराहट बिखेर दी.  


सेंचुरियन में पहली बार जीता भारत 
तीन कोशिशों में ये पहला मौका है जब टीम इंडिया ने सेंचुरियन के मैदान पर टेस्‍ट मैच जीता. इससे पहले साल 2010 में भारतीय टीम पहली बार इस मैदान पर कोई टेस्‍ट मैच खेलने उतरी थी. तब महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में भारतीय टीम को पारी और 25 रन से बड़ी हार झेलनी पड़ी थी. इसके बाद टीम इंडिया ने साल 2018 में इस मैदान पर अपना दूसरा टेस्‍ट मैच खेलने के लिए कदम रखा. इस बार टीम को जीत की आस तो थी लेकिन नतीजा मनमुताबिक नहीं रहा. भारतीय टीम इस मैच में 287 रनों के लक्ष्‍य का पीछा कर रही थी लेकिन 151 रनों पर सिमटकर 135 रन से ये मैच हार गई. हालांकि तीसरी कोशिश में भारतीय टीम ने हार के दंश को पीछे छोड़ दिया. 

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