गीले मैदान पर भारत को इंग्लैंड ने 9 विकेट से धोया, हरमनप्रीत ने आपा खोया, सुनाई खरी-खोटी

हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) की कप्तानी वाली महिला टीम इंडिया (Women Team India) इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर तीन टी20 और इतने ही वनडे मैचों की सीरीज खेल रही है.

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हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) की कप्तानी वाली महिला टीम इंडिया (Women Team India) इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर तीन टी20 और इतने ही वनडे मैचों की सीरीज खेल रही है. जिसके पहले टी20 मैच में महिला टीम इंडिया को इंग्लैंड की महिला टीम ने एकतरफा अंदाज में 9 विकेट से धोया तो हरमनप्रीत कौर का गुसा बाहर आ गया. इंग्लैंड से मिली हार के बाद हरमनप्रीत ने मैदान पर ठीकरा फोड़ा और कहा कि ग्राउंड बहुत ही ज्यादा गीला था. जिससे खिलाड़ियों को फील्डिंग के दौरान चोट लगने का डर था और यही हुआ.

 

132 रन बना सकी टीम इंडिया 
गौरतलब है कि महिला टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच चेस्टर ली स्ट्रीट के मैदान में खेला गया. जिसमें इंग्लैंड की महिला टीम ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी का फैसला किया पर टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया. महिला टीम इंडिया को पहला झटका 30 रन के कुल स्कोर पर स्मृति मांधना (23 रन) के रूप में लगा और इसके बाद एक-एक करके टीम इंडिया के विकेट गिरते चले गए. जिसका अलाम ये रहा कि टीम इंडिया पहेल खेलते हुए 7 विकेट पर सिर्फ 132 रन ही बना सकी. उसकी तरफ से सबसे अधिक 29 रन दीप्ति शर्मा ही बना सकी.

 

डंकले ने जड़े 61 रन 
इसके जवाब में महिला टीम इंडिया के गेंदबाजों का काफी साधारण प्रदर्शन रहा और इंग्लैंड ने महज 13 ओवर में एक विकेट के नुकसान और 134 रन बनाकर भारत को 9 विकेट से धूल चटाई. इंग्लैंड के लिए सलामी बल्लेबाज सोफिया डंकले ने नाबाद 61 रनों की पारी खेली. इंग्लैंड की लेग स्पिनर सारा ग्लेन ने 23 रन देकर टीम इंडिया के 4 विकेट झटके. सारा को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

 

हरमनप्रीत ने मैदान पर फोड़ा हार का ठीकरा 
इस तरह मैच हारने के बाद हरमनप्रीत कौर ने मैदान पर हार का ठीकरा फोड़ा. क्योंकि राधा यादव मैदान गीला होने के चलते चोटिल हो गई थी. ऐसे में हरमनप्रीत ने हार के बाद कहा, "हम उतने रन नहीं बना पाए जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे. मुझे लगता है कि हमने जबरदस्ती खेला क्योंकि यह स्थितियां खेलने के लिए 100% फिट नहीं थीं. मुझे खुशी है कि लड़कियों ने प्रयास किया और चोटिल होने की संभावना के बावजूद उन्होंने मैदान नहीं छोड़ा. आपके पास टीम के ऐसे ही साथी होने चाहिए जो किसी भी परिस्थिति में खेलें. यहां 100% खेलने लायक हालात ठीक नहीं थे और मैदान बहुत गीला था, जिससे चोटिल होने की संभावना थी. हमारी एक खिलाड़ी (राधा यादव) चोटिल भी हुई जिससे एक गेंदबाज भी कम हो गई थी."

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