CSK vs KKR: तार में 'उलझे' एमएस धोनी, 'आउट' होने के बाद भी खेलता रहा बल्‍लेबाज

Profile

SportsTak

PUBLISHED:

SportsTak Hindi

नई दिल्ली। क्रिकेट मैदान में अक्सर अजीबो-गरीब नजारे देखने को मिलते रहते हैं. जिन पर फैंस क्या किसी को भी यकीन नहीं होता है. अनिश्चितताओं का खेल कहे जाने वाले क्रिकेट में कुछ ऐसा ही नजारा दुबई में खेले जाने वाले आईपीएल 2021 सीजन के फाइनल में भी देखने को मिला. जब चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की किस्मत तार में उलझ गई और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल को आउट होने के बाद जीवनदान मिला गया और उन्होंने अगली दो गेंदों पर लगातार दो चौके जड़े.

 

चेन्नई के 193 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए केकेआर के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और वेंकटेश अय्यर ने धाकड़ शुरुआत दिलाई. दोनों बल्लेबाजों ने 10.4 ओवर में 91 रनों की ठोस शुरुआत दिलाई और अय्यर 32 गेंदों में 55 रन बनाकर चलते बने. हालांकि इसके पहले 9वें ओवर में एक ऐसी घटना घटी, जिस पर धोनी काफी उलझे नजर आए और किसी तरह वह अपने गुस्से को शांत रख सके.

 

तार से मिला गिल को जीवनदान 
दरअसल मैच के 9वें ओवर में जडेजा गेंदबाजी करने आए थे और उनकी पहली गेंद पर अय्यर ने छक्का मारा और दूसरी गेंद पर एक रन लेकर गिल को स्ट्राइक दी. तभी जडेजा की तीसरी गेंद को भी गिल ने मैदान से बाहर भेजने के प्रयास में हवा में शॉट खेला, जिस पर गेंद के नीचे आते हुए अंबाती रायुडू ने शानदार कैच लपका. इस तरह खुद को आउट समझ कर गिल पवेलियन की तरफ चलने लगे तभी मैदानी अंपायर ने उन्हें रोका और इस शॉट की दोबारा जांच के लिए थर्ड अंपायर की तरफ रुख किया. टी.वी. अंपायर के द्वारा रीप्ले देखने पर पता चला कि गिल की इस शॉट पर गेंद मैदान में लगे स्पाइडर कैमरे के तार से टकराई और मैदान के अंदर ही गिरती नजर आई, जिस पर रायुडू ने कैच लपका. इस तरह तार के टकराने के चलते 26 रन पर खेल रहे गिल को बाद में नॉट आउट दे दिया गया और उन्हें जीवनदान मिल गया. इससे गुस्साए धोनी अंपायर से काफी देर बात करते नजर आए लेकिन नतीजे में कोई बदलाव नहीं हुआ और गेंद को भी डेड बॉल करार दे दिया गया. जिसके बाद जडेजा की फिर तीसरी और चौथी गेंद पर गिल ने शानदार चौके जड़कर इसका पूरा फायदा उठाया.

 

क्या कहते हैं नियम 
नियमों के अनुसार अगर किसी भी बल्लेबाज द्वारा हवा में शॉट खेला जाता है और मैदान में मौजूद स्पाइडर कैमरे या उसके तार से गेंद टकराती है तो उस गेंद को डेड बॉल करार दे दिया जाता है. फिर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की गेंद पर फील्डर ने कैच पकड़ी है कि नहीं. इसके अलावा गेंद तार से टकराकर अगर छक्के के लिए भी जाती है तब भी उसे डेड बॉल करार दिया जाता है.

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share