चेपॉक के मैदान पर महेंद्र सिंह धोनी ने जब एंट्री ली तो वो पल बेहद स्पेशल था क्योंकि धोनी अपना 200वां मुकाबला खेल रहे थे. सबकुछ परफेक्ट था. राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी की और चेन्नई के सामने 176 रन का लक्ष्य रखा. चेन्नई भी आखिरी गेंद तक पहुंचा. धोनी सामने थे और उन्हें जीत के लिए बाउंड्री लगानी थी. लेकिन पुराने चावल कहे जाने वाले संदीप शर्मा ने अपने अनुभव का इस्तेमाल किया और धोनी को यॉर्कर गेंद डाल उन्हें स्कोर नहीं बनाने दिया. इस तरह चेन्नई ये मुकाबला 3 रन से हार गई. चेन्नई की टीम 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 172 रन ही बना पाई. रवींद्र जडेजा ने जो वादा पूरा किया था वो उससे चूक गए. अच्छी पारी खेलने के बावजूद वो धोनी को जीत नहीं दिला पाए. धोनी और जडेजा ने भरपूर कोशिश की और एक समय ऐसा लगा कि दोनों मिलकर टीम को जीत दिला देंगे. पहले होल्डर और फिर अंत में संदीप शर्मा की धुनाई करने के बाद चेन्नई की टीम तकरीबन जीत की दहलीज तक पहुंच गई थी लेकिन अंतिम गेंद पर सारा खेल पलट गया. चेपॉक और टीवी पर देख रहा हर फैन धोनी के 200वें मैच में साल 2011 वर्ल्ड कप में जड़े गए छक्के का रिपीट टेलीकास्ट देखना चाहता था लेकिन संदीप शर्मा ने फैंस की उम्मीदों पर पारी फेर दिया. धोनी ने 17 गेंद पर 1 चौका और 3 छक्के की मदद से नाबाद 32 रन बनाए. जबकि रवींद्र जडेजा ने 15 गेंद पर 1 चौके और 2 छक्के की मदद से कुल 25 रन ठोके.
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चेन्नई की पारी
चेन्नई की पारी की बात करें तो हर मैच में अपने बल्ले से धांसू प्रदर्शन करने वाले ऋतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉनवे ने पारी की शुरुआत की. लेकिन 10 के कुल स्कोर पर ही टीम को पहला झटका लगा. संदीप शर्मा ने गायकवाड़ को चलता किया. इसके बाद क्रीज पर अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे आए. रहाणे ने पिछले मैच में चेन्नई के लिए डेब्यू किया था और धांसू प्रदर्शन किया था. ऐसे में राजस्थान के खिलाफ भी ये बल्लेबाज अच्छा कर रहा था. दूसरे छोर से डोवोन कॉनवे पूरा साथ दे रहे थे. दोनों बल्लेबाजों ने टीम के स्कोर को 78 तक पहुंचाया लेकिन तभी अश्विन ने खतरनाक दिख रहे रहाणे को lbw कर पवेलियन भेज दिया. रहाणे ने 19 गेंद पर 31 रन ठोके. लेकिन इसके बाद शिवम दुबे, मोईन अली और अंबाती रायडू के विकेट गिरने के चलते चेन्नई पर पूरा दबाव आ गया. जम्पा, अश्विन और चहल ने मिलकर पूरा खेल पलट दिया. 113 के कुल स्कोर पर टीम को छठा झटका लगा जब डेवोन कॉनवे 38 गेंद पर 50 रन जड़ पवेलियन लौटे.
अंत में छाए धोनी-जडेजा, लेकिन नहीं मिल पाई जीत
अब क्रीज पर एमएस धोनी और रवींद्र जडेजा आए. धोनी जब क्रीज पर आए तब टीम को 30 गेंद पर 63 रन चाहिए थे. अगले ओवर में सिर्फ 4 रन आए और फिर टीम को 24 गेंद पर 69 रन की जरूरत थी. धोनी और जडेजा पर काफी ज्यादा दबाव था लेकिन दूसरे छोर से राजस्थान के स्पिनर्स रन नहीं दे रहे थे. हालांकि 18वें ओवर में धोनी ने जम्पा की दो गेंदों पर 10 रन बटोर टीम पर से थोड़ा दबाव हटाया. हालांकि इसके बावजूद भी अंतिम दो ओवरों में टीम को 40 रन बनाने थे.
19वें ओवर में जडेजा के सामने जेसन होल्डर थे और जडेजा ने भी दो गेंद पर 10 रन बटोर टीम को जीत की तरफ ढकेलने की कोशिश की. इस बल्लेबाज ने असली कमाल इस ओवर की अंतिम गेंद पर किया जब उन्होंने सीधे छक्का जड़ दिया. पूरे चेपॉक में शोर मचने लगा क्योंकि अंतिम 6 गेंद पर टीम को जीत के लिए 21 रन बनाने थे.
आखिरी ओवर का रोमांच
संदीप शर्मा धोनी के सामने थे और दबाव इस कदर था कि इस गेंदबाज ने अपनी पहली दोनों गेंदें वाइड फेंकी और फिर पहली गेंद डॉट कराई. लेकिन फिर दूसरी गेंद पर धोनी ने इस गेंदबाज को छक्का जड़ दिया. 4 गेंद पर अब चेन्नई को 13 रन की जरूरत थी. लेकिन फिर धोनी ने तीसरे गेंद पर भी छक्का जड़ पूरा मैच ही पलट डाला. चेपॉक के फैंस को देख ऐसा लगा कि ये क्रिकेट का वर्ल्ड कप चल रहा है. अंतिम 3 गेंद पर अब चेन्नई को 7 रन बनाने थे. अगली गेंद पर धोनी ने जडेजा को सिंगल दिया और अब टीम को 2 गेंद पर 6 रन की जरूरत थी रवींद्र जडेजा स्ट्राइक पर थे. जडेजा ने 1 रन दिया. अंतिम गेंद पर धोनी को 5 रन बनाने थे लेकिन संदीप शर्मा की धांसू गेंदबाजी ने धोनी को न तो चौका और न ही छक्का जड़ने दिया और चेन्नई की टीम मात्र 3 रन से ये मुकाबला हार गई.
फिर छाए बटलर
सलामी बल्लेबाज जोस बटलर के अर्धशतक से राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ आठ विकेट पर 175 रन बनाए थे. बटलर (36 गेंद में 52 रन, एक चौका, तीन छक्के) ने अर्धशतक जड़ने के अलावा देवदत्त पडिक्कल (38) के साथ दूसरे विकेट के लिए 77 जबकि रविचंद्रन अश्विन (30) के साथ चौथे विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी की. शिमरोन हेटमायर (18 गेंद में नाबाद 30 रन, दो छक्के, दो चौके) ने अंतिम ओवरों में तेजतर्रार पारी खेलकर टीम का स्कोर 170 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. सुपरकिंग्स की ओर से रविंद्र जडेजा ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 21 रन देकर दो विकेट चटकाए. तेज गेंदबाजों तुषार देशपांडे (37 रन पर दो विकेट) और आकाश सिंह (40 रन पर दो विकेट) ने भी दो-दो विकेट हासिल किए. महेंद्र सिंह धोनी ने 200वें मैच में सुपरकिंग्स की कप्तानी करते हुए टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और तुषार देशपांडे ने पारी के दूसरे ही ओवर में अच्छी फॉर्म में चल रहे यशस्वी जायसवाल (10) को मिड ऑफ पर शिवम दुबे के हाथों कैच करा दिया.
पडिक्कल ने जगाई उम्मीदें, सैमसन फिर फ्लॉप
रॉयल्स ने पडिक्कल को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा और वह शुरुआत से ही शानदार लय में दिखे. उन्होंने महेश तीक्षणा पर लगातार दो चौकों के साथ शुरुआत की जबकि इस ऑफ स्पिनर के अगले ओवर में बटलर ने भी छक्का और चौका मारा. पडिक्कल ने देशपांडे पर लगातार दो चौके मारे जिससे टीम ने पावरप्ले में एक विकेट पर 57 रन बनाए. बटलर ने मोईन अली का स्वागत लगातार दो छक्कों के साथ किया लेकिन जडेजा ने अगले ओवर में पडिक्कल को डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर डेवोन कॉनवे के हाथों कैच करा दिया. पडिक्कल ने 26 गेंद में पांच चौके मारे. जडेजा ने एक गेंद बाद रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन (00) को बोल्ड किया जबकि अगली गेंद पर अश्विन भी भाग्यशाली रहे जब स्लिप में मोईन ने उनका आसान कैच टपका दिया. जडेजा के दो विकेट के बाद सुपरकिंग्स के गेंदबाजों ने रन गति पर अंकुश लगाया. रॉयल्स के रनों का शतक 12वें ओवर में पूरा हुआ. अश्विन ने धीमी शुरुआत के बाद आकाश पर लगातार दो छक्के मारे लेकिन इसी ओवर में सिसांडा मगाला को कैच दे बैठे. उन्होंने 22 गेंद का सामना करते हुए एक चौका और दो छक्के मारे. बटलर ने तीक्षणा पर दो रन के साथ 33 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन अगले ओवर में मोईन ने उन्हें बोल्ड कर दिया. उन्होंने 36 गेंद की अपनी पारी में एक चौका और तीन छक्के मारे. वह हालांकि आउट होने से पहले आठ ओवर से अधिक समय तक कोई बाउंड्री नहीं लगा पाए. हेटमायर ने देशपांडे पर छक्के के साथ 18वें ओवर में टीम का स्कोर 150 रन के पार पहुंचाया. हेटमायर ने आकाश पर भी छक्का जड़ा लेकिन ध्रुव जुरेल (04) ने दुबे को कैच थमा दिया. देशपांडे ने अंतिम ओवर में जेसन होल्डर (00) को पवेलियन भेजा.
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