साल 2023 आईपीएल (IPL 2023) एडिशन में अंपायरिंग को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. सनराइजर्स हैदराबाद के बैटर हेनरी क्लासेन ने खुले तौर पर पिछले मैच में अंपायरिंग को चैलेंज कर दिया था. हालांकि पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स मुकाबले में भी ऐसा ही देखने को मिला. दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला धर्मशाला के मैदान पर खेला गया. इशांत शर्मा ने लियाम लिविंगस्टोन को फुल टॉस गेंद डाली जिसे ऑन फील्डर अंपायर ने नो बॉल करार दे दिया. इसके बाद इसे थर्ड अंपायर के पास ट्रांसफर किया गया. जिसके बाद ये देखने को मिला कि गेंद लियाम के कमर के सीध में है. हालांकि बॉल ट्रैकिंग के बाद भी इसे नो बॉल दे दिया गया.
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लियाम के पाले में अंपायर ने नहीं दिया फैसला
मैच के बाद इसपर काफी ज्यादा विवाद हुआ और अब दिल्ली कैपिटल्स के मालिक ने भी ट्वीट कर बड़ा बयान दे दिया है. दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ियों को उस वक्त भरोसा नहीं हो पाया था जब अंपायर ने नो बॉल दी थी. दिल्ली कैपिटल्स के मालिक पार्थ जिंदल ने वीमेंस प्रीमियर लीग 2023 के फाइनल का जिक्र किया जिसमें शेफाली वर्मा को ठीक इसी तरह की गेंद डाली गई थी जिसपर वो आउट हो गई थीं.
ऐसे में पार्थ जिंदल ने ट्वीट कर कहा कि, सीरियसली मुझे आईपीएल का नियम समझ नहीं आ रहा है. वीमेंस प्रीमियर लीग में जिस गेंद पर शेफाली वर्मा आउट थीं वो नो बॉल थी. ऐसे में अगर उस नियम को इस मैच में इस्तेमाल किया जाए तो फिर आईपीएल का नियम कहां गया?
बता दें कि इसी सीजन में यशस्वी जायसवाल के खिलाफ भी एक फैसला हुआ था. जब बल्लेबाज मुंबई इंडियंस के खिलाफ 124 रन पर बल्लेबाजी कर रहा था. इस दौरान गेंद विकेट के ऊपर से गई. और अंपायर ने गेंदबाजी टीम के पाले में फैसला सुना दिया. बता दें कि इस तरह का फैसला अब तक क टीमों और कप्तानों को नुकसान पहुंचा चुका है.
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