आईपीएल 2025 में मैदान पर अंपायर्स खिलाड़ियों के बल्ले की जांच कर रहे हैं. सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, एनरिक नॉर्किया के बल्ले गेज टेस्ट में फेल हो गए हैं. अब इस टेस्ट पर सनराइजर्स हैदराबाद के हेड कोच डेनियल विटोरी ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि बल्ले के आकार की जांच करने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. विटोरी ने कहा कि काश उनके खेलने के दिनों में भी ऐसे मापदंड लागू होते.
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अंपायर बल्ले की जांच एक गेज (बल्ले के आकार को मापने वाला तिकोना पैमाना) से करते रहे हैं, जिससे बल्ले को गुजरना पड़ता है. इसका मकसद बड़े आकार के बल्ले के इस्तेमाल को खत्म करना है. इस सत्र में मैदानी अंपायरों के पास मैच के दौरान बल्ले की जांच करने की छूट है. विटोरी ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद के मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-
काश जब मैं खेल रहा था तब भी उन्होंने बल्ले की जांच की होती.
उन्होंने कहा-
नहीं, मुझे नहीं लगता कि इससे कोई फर्क पड़ेगा. इन खिलाड़ियों को इस तरह की जांच से नियमित तौर पर गुजरना पड़ता है. अंपायर अक्सर ड्रेसिंग रूम में जाते हैं, इसलिए खिलाड़ियों को पता होता है कि उनके बल्ले नियमों के अनुसार हैं. इसमें बस एक सेकंड का समय लगता है.
उन्होंने आगे कहा-
यह बड़ा बल्ला रखने की कोशिश करने वालों पर रोक लगायेगा. अपने बल्ले को हालांकि उस गेज से गुजारना बहुत आसान है.
विटोरी ने कहा कि यह हैदराबाद के बल्लेबाजों के बीच चर्चा का विषय नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि बल्ले के आकार में कमी आने की कोई संभावना है.
वास्तव में नहीं. मुझे लगता है कि जिस तरह से बल्ले बिना वजन बढ़ाए बड़े आकार के हो गये है, वह बल्ले बनाने वालों का कौशल है (जिसका श्रेय उन्हें दिया जाना चाहिए). यह आज के दौर के बल्लेबाजी की मांग के अनुरूप है.
उन्होंने कहा-
यह खेल का हिस्सा है. ऐसा लगता है कि हर कोई छक्के और चौके का लुत्फ उठा रहा है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि हम बल्ले के आकार में कमी करने जा रहे हैं. मुझे इसकी (बल्ले की जांच) ज्यादा परवाह नहीं है.
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