न्यूजीलैंड और आयरलैंड के बीच वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में एक दिलचस्प घटना देखने को मिली. इस मैच में बॉलर के तौलिए के चलते एक बल्लेबाज आउट होने से बच गया हालांकि वह कीपर के हाथों में कैच थमा चुका था. लेकिन पाकिस्तानी अंपायर अलीम दार के दखल के बाद इस बल्लेबाज को आउट नहीं दिया गया. इस बल्लेबाज का नाम है सिम्मी सिंह और वे कीवी बॉलर ब्लेयर टिकनर की गेंद पर बाल-बाल बचे. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. तो क्या है यह मामला जानते हैं.
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आयरलैंड की पारी के दौरान 43वें ओवर में ब्लेयर टिकनर की गेंद सिमी सिंह के बल्ले का किनारा लेकर कीपर टॉम लैथम के दस्तानों में समा गई. इस पर अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया लेकिन स्क्वेयर लेग पर खड़े अलीम दार ने बल्लेबाज को बाहर जाने से रोका. दरअसल बॉल फेंकने के दौरान टिकनर का तौलिया गिर गया था. नियम कहते हैं कि बॉल फेंकने के दौरान किसी भी तरह की बाधा आने पर गेंद जायज नहीं होती है. इस वजह से सिम्मी सिंह को नॉट आउट दिया गया. हालांकि उन्हें तौलिया गिरने से दिक्कत नहीं हुई लेकिन नियमों के पालन से वे बच गए.
क्या कहता है नियम
क्रिकेट का नियम 20.4.2.7 कहता है, अगर बल्लेबाज को गेंद का सामना करते हुए या करने के दौरान अगर किसी आवाज या गतिविधि से बाधा पहुंचती है तो अंपायर दखल देगा और गेंद को डेड बॉल करार देगा. यह बात मैदान या इसके बाहर होने वाली हर बाधा पर लागू होती है. अंपायर अलीम दार के फैसले से कीवी टीम के कप्तान टॉम लैथम और बॉलर टिकनर नाखुश दिखे. वे काफी देर तक अंपायर से इस बारे में बात करते दिखे. इस दौरान बॉलर ने एक अहम बात कही जो स्टंप माइक पर भी रिकॉर्ड हुई. उन्होंने कहा, 'मुझे नियम पता है लेकिन अगर यही घटना हुई होती और मुझे छक्का लग जाता तब इसे डेड बॉल नहीं दिया जाता.'
भारत के मोहाली शहर में पैदा हुए सिमी सिंह को 11 रन पर अंपायर की वजह से जीवनदान मिला लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाए. वे 16 रन बनाने के बाद रन आउट हो गए. यह मुकाबला आय़रलैंड की टीम तीन विकेट से हारी थी.