यशस्वी जायसवाल ने कैसे ठोका वनडे करियर का पहला शतक, मैच के बोले- जब मैं बैटिंग कर रहा था तब रोहित- विराट...

यशस्वी जायसवाल ने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के चलते वो वनडे करियर का पहला शतक पूरा कर पाए. रोहित ने उन्हें शांत कराया जबकि विराट ने उन्हें गाइड किया.

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मैच खत्म करने के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा

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यशस्वी जायसवाल ने अपने शतक का श्रेय रोहित- विराट को दिया

जायसवाल ने कहा कि, रोहित ने शांत कराया और विराट ने गाइड किया

भारत ने साउथ अफ्रीका को तीसरे और आखिरी वनडे में 9 विकेट से हराकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया. जीत के हीरो यशस्वी जायसवाल रहे जिन्होंने शतक ठोका. जायसवाल ने मैच के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली का शुक्रिया अदा किया. जायसवाल ने वनडे करियर का पहला शतक ठोका.

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रोहित- विराट का लिया नाम

23 साल के यशस्वी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. उनकी नाबाद 116 रनों की पारी की बदौलत भारत ने तीसरा और आखिरी वनडे 9 विकेट से जीत लिया और सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली. सिर्फ अपना चौथा वनडे खेल रहे यशस्वी ने माना कि शुरुआत में वो बिल्कुल सहज नहीं थे. दूसरे छोर पर रोहित शर्मा बिल्कुल शांत थे. रोहित ने खुद रन बटोरने की जिम्मेदारी ली और लगातार बातें करके यशस्वी को मुश्किल वक्त से निकाला.

प्रेजेंटेशन में यशस्वी ने कहा, “बहुत-बहुत शुक्रिया. ये पारी खेलकर मुझे काफी मजा आया. सच कहूं तो पहला वनडे शतक लगने का एहसास कमाल का है. मैं बहुत खुश और किस्मत वाला महसूस कर रहा हूं. पिछले दो मैचों में अच्छी शुरुआत ली थी लेकिन शतक नहीं बना पाया था, इसलिए आज का शतक बहुत खास है. रोहित भाई के साथ मैदान में काफी बातें हुईं. हमने तय किया कि लक्ष्य कैसे हासिल करना है, कितनी तेजी से खेलना है. वो बार-बार याद दिलाते रहे थे कि संतुलन बनाए रखो, कभी सिंगल-डबल लेकर मैच को गहराई तक ले जाओ, कभी बाउंड्री मारो.”

रोहित भाई ने मुझे शांत कराया

उन्होंने आगे बताया, “जब मैं पचासा पूरा करके थोड़ा उत्तेजित हो गया था, रोहित भाई दौड़कर आए और सिर हिलाते हुए बोले, शांत हो जा, प्लान पर टिके रह. उस एक बात ने मुझे बहुत स्थिर कर दिया. आज मुझे अपनी नैचुरल आक्रामक बैटिंग को काफी काबू में रखना पड़ा. मैं खुद से बार-बार कहता रहा, ये शॉट खेल सकता हूं, ये अभी नहीं. धैर्य रख. लेकिन जब मौका आया तो खुद पर भरोसा करके जोरदार शॉट भी खेला. फिर विराट भाई जब आए तो सब कुछ और भी आसान लगने लगा. वो तो आते ही अपने शॉट खेलने लगे. हम लोग लगातार बात करते रहे. वो छोटे-छोटे टारगेट देते, अगले पांच ओवर, सिर्फ दो रन दौड़ो, स्ट्राइक रोटेट करो. इससे मेरा ध्यान बना रहा था. कुल मिलाकर बहुत खुशी है कि टीम के लिए योगदान दे पाया. ये दिन मैं जिंदगी भर याद रखूंगा.”

बता दें कि, जब रोहित (73 गेंदों में 75) और यशस्वी ने 25.5 ओवर में 155 रन जोड़ लिए थे, तब मैच लगभग खत्म हो चुका था. भारत ने 39.5 ओवर में ही 271-1 बनाकर आराम से जीत हासिल कर ली. विराट ने 45 गेंदों में नाबाद 65 रन ठोक दिए. पूरा मैच एकतरफा हो गया था.

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