टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने खुद को ईडन गार्डन्स पिच विवाद से अलग कर लिया है. गांगुली ने कहा कि, बीसीसीआई ने खुद को क्यूरेटर्स रखे हैं जिन्होंने भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट की पिच को 4 दिन पहले ही आकर कब्जा कर लिया था. कोलकाता टेस्ट की अगर बात करें तो ये सिर्फ 3 दिन के भीतर ही खत्म हो गया था. इसका नतीजा ये रहा कि साउथ अफ्रीका ने पहले टेस्ट पर कब्जा किया और सीरीज में 1-0 की लीड हासिल कर ली.
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भारत नहीं कर पाया था 124 रन के लक्ष्य का पीछा
बता दें कि भारतीय टीम 124 रन के लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई थी. इस दौरान पूरी टीम सिर्फ 93 रन पर ढेर हो गई थी. पहली बार ऐसा हुआ था जब चौथी पारी के किसी टेस्ट में टीम इंडिया 100 रन से नीचे आउट हो गई.
ईडन गार्डन्स पिच पर उठे थे सवाल
ईडन गार्डन्स की पिच ने पहले ओवर से ही सवालों के घेरे में थी. पिच पर ज्यादा टर्न और लगातार अजीब बाउंस देखी जा रही थी. लेकिन गौतम गंभीर ने पोस्ट मैच के बाद साफ कह दिया था कि उन्हें पिच से कोई शिकायत नहीं है. उनके बैटर्स दबाव नहीं झेल पाए.
क्या बोले गांगुली?
सौरव गांगुली ने अब कहा है कि सीएबी का इस पिच में कोई रोल नहीं है और न ही मेरा इसमें कोई हाथ है. इंडिया टुडे से बातचीत में गांगुली ने कहा कि, बीसीसीआई के क्यूरेटर्स 4 दिन पहले आते हैं और पिच पर कब्जा कर लेते हैं. हमारे खुद को क्यूरेटर सुजान मुखर्जी भी थे जिन्होंने लंबे समय से अच्छा किया. ऐसे में हमें जो भी चीजें बताई गई थीं, हमने वही किया.
गंभीर एंड कंपनी को अच्छी पिच पर खेलना चाहिए
बता दें कि सौरव गांगुली ने ये भी कहा कि, जिस तरह की पिच होनी चाहिए थी, वैसी नहीं थी. मैं इसे मानता हूं. तीन दिन तक ईडन गार्डन्स के मैदान पर फैंस की संख्या हाउसफुल थी. ऐसे में मुझे गौतम गंभीर एंड कंपनी पर भरोसा है. उन्हें बेहतर विकेट पर खेलना चाहिए.
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