विराट कोहली और रोहित शर्मा, दो ऐसे खिलाड़ी जो करियर के उस मुकाम पर है जहां संन्यास का दबाव बढ़ जाता है और खेल में गिरावट आती है. लेकिन भारत के ये दोनों धुरंधर लगातार रन बरसा रहे हैं और 2027 वर्ल्ड कप खेलने की तरफ मजबूती से बढ़ रहे हैं. साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में दोनों ने रन बरसाए और साबित किया कि क्यों दोनों की गिनती आधुनिक क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में होती है. विराट कोहली ने विशाखापत्तनम में आखिरी वनडे के बाद इस बारे में बात की और बताया कि जब टीम को जरूरत होती है तब उनका प्रदर्शन आता है.
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कोहली ने कहा कि जब जीत की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तब दोनों का सबसे अच्छा प्रदर्शन सामने आता है. उन्होंने प्लेयर ऑफ दी सीरीज बनने के बाद कहा, 'जहां जीत की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तब हमारे सबसे अच्छा प्रदर्शन आता है. हम इसी वजह से खेलते हैं. जब सीरीज 1-1 पर होती है तब हम टीम के लिए स्पेशल करना चाहता है. इसी वजह से हम लोग इतने लंबे समय से खेल रहे हैं. खुशी है कि हम लोग अभी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और लंबे समय से यह जारी है. अच्छी बात है कि रोहित और मैं टीम की अभी भी मदद कर सकते हैं.'
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विराट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे की सीरीज में 151 की औसत से 302 रन बनाए. उन्होंने इस दौरान 135, 102 और नाबाद 65 रन की पारी खेली. वह इस प्रदर्शन के चलते प्लेयर ऑफ दी सीरीज चुने गए. वहीं रोहित ने तीन वनडे में 48.66 की औसत से 146 रन बनाए. उन्होंने 57, 14 और 75 रन की पारियां खेलीं.
कोहली और रोहित दोनों का भारतीय टीम के साथ लगभग साथ-साथ शुरू हुआ था. दोनों 17-18 साल से टीम इंडिया के लिए खेल रहे हैं. अभी दोनों सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं. कोहली और रोहित दोनों की मंशा है कि 2027 का वर्ल्ड खेला जाए. इसी वजह से इन दोनों ने टेस्ट और टी20 क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
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